महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम 2024: MVA की हार या कांग्रेस में अनबन, नतीजें आने के 2 दिन बाद नाना पटोले ने क्यों दिया अध्यक्ष पद से इस्तीफा?
- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एमवीए की करारी हार
- कांग्रेस के अध्यक्ष पद से नाना पटोले ने दिया इस्तीफा
- चुनाव के बाद कांग्रेस में बढ़ी अंदरूनी दरार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की बंपर जीत के साथ-साथ विपक्ष के महाविकास अघाड़ी को तगड़ा झटका लगा है। चुनाव में करारी हार और खराब प्रदर्शन के बाद एमवीए में सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच एमवीए में शामिल कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। उन्होंने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा सौंप दिया है। इस्तीफा देने के पीछे नाना पटोले ने चुनाव में एमवीए का खराब प्रदर्शन बताया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल कांग्रेस ने नाना पटोले का इस्तीफे को मंजूरी नहीं दी है। वह अब भी पार्टी में अध्यक्ष पद का जिम्मा सांभालेंगे। हालांकि, माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में कांग्रेस में अंदरूनी कलह और भी ज्यादा बढ़ सकती है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने विस्तृत समीक्षा करने की तैयारी कर रही है।
200 वोटों के मार्जिन से चुनाव जीते नाना पटोले
इस बार के विधानसभा चुनाव में नाना पटोले महज 208 वोटों के मार्जिन के साथ जीतने में कामयाब रहे। पटोले के अलावा सूबे में कांग्रेस के दिग्गज नेता पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट को भी करारी हार झेलनी पड़ी है। बता दें, महाराष्ट्र की सकोली विधानसभा सीट से नाना पटोले ने चुनाव लड़ा है। मतगणाना के दौरान शुरुआती रुझानों में पटोले काफी पिछड़ते नजर आए थे। लेकिन, काउंटिंग के राउंड बढ़ते-बढते उन्होंने जीत दर्ज की थी। चुनाव में कांग्रेस महज 16 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई। एक समय पहले महाराष्ट्र की सत्ता में कांग्रेस एक मजबूत पार्टी के तौर पर जानी जाती थी। देखते ही देखते कांग्रेस कमजोर पड़ती चली गई। ऐसे में चुनाव में केलव 16 सीटें जीतना कांग्रेस के लिए काफी चिंता का विषय है।
चुनाव हारते ही कांग्रेस में बढ़ी अंदरूनी फूट
एमवीए की हार को लेकर जहां एक ओर कांग्रेस समीक्षा बैठक करने की तैयारी कर रही है। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष पद से पटोले के इस्तीफे ने अंदरूनी कलह को उजागर कर दिया है। दरअसल, कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने शनिवार को भाजपा के अगुवाई वाले महायुति की लडकी बहिन योजना और आरएसएस के नेताओं की मेहनत की सरहाना की थी। उन्होंने कहा था कि चुनाव में महायुति ने इसी तालमेल के बदौलत जीत दर्ज की थी। इतना ही नहीं बल्कि चव्हाण ने चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व को कमजोर बताया है। हालांकि, नाना पटोले ने चुनाव में हार की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा कि भले ही हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है। लेकिन, हम भविष्य के लिए पूरी जी जान से काम करेंगे। पटोले ने कहा कि हम सरकार को उसके वादे याद दिलाते रहेंगे। जिससे जनता को फायदा मिले।