महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: बैग चेकिंग को लेकर सियासत गर्माई, देवेंद्र फडणवीस ने दिया उद्धव ठाकरे के आरोपों का जवाब, डिप्टी सीएम के बैग की भी हुई तलाशी
- महाराष्ट्र में बैग तलाशी पर सियासी चर्चा तेज
- फडणवीस ने दिया उद्धव ठाकरे को जवाब
- उपमुख्मंत्री के बैग चेकिंग की वीडियो सामने
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बैग की चेकिंग का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस मुद्दे पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत और चुनाव आयोग के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाते हुए कहा कि ठाकरे अनावश्यक रूप से बैग की तलाशी का विरोध कर रहे हैं। वह केवल ध्यान भटकाने के प्रयास में लगे हुए हैं। साथ ही, डिप्टी सीएम ने सवाल खड़ा किया कि बैग की जांच करने में क्या गलत है?
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बैग की चेकिंग सबसे पहली बार सोमवार (11 नवंबर) को यवतमाल में एयरपोर्ट पर हुई थी। जिसके बाद से बवाल शुरू हो गया। शिवसेना के नेता लगातार चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर इसको लेकर निशाना साधने लगे। शिवसेना-यूबीटी नेता संजय राउत ने इलेक्शन कमीशन से सवाल किया था कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और सीएम एकनाथ शिंदे के हेलिकॉप्टर- कारों की चेकिंग भी चेकिंग इसी तरह की जाएगी? हालांकि, इसको लेकर चुनाव आयोग ने अपनी सफाई पेश की थी।
फडणवीस के बैग की हुई थी चेकिंग
आपको बता दें कि, भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र ने अपने 'एक्स' हैंडल पर बुधवार (13 नवंबर) को देवेंद्र फडणवीस की एक वीडियो शेयर की। इस वीडियो में अधिकारियों को डिप्टी सीएम के बैग की तलाशी लेते हुए देखा जा सकता है। पार्टी ने दावा करते हुए लिखा कि, " जाने दो, कुछ नेताओं को दिखावा करने की आदत होती है। 7 नवंबर को यवतमाल जिले में देवेन्द्र फड़नवीस (बीजेपी नेता) के बैग की तलाशी ली गई। लेकिन उन्होंने कोई वीडियो नहीं बनाया और ना ही कोई आग लगाई। इससे पहले 5 नवंबर को भी कोल्हापुर एयरपोर्ट पर देवेन्द्र फड़नवीस के बैग की चेकिंग कई गई थी।"
पार्टी ने आगे लिखा- संविधान को सिर्फ दिखावे के लिए नहीं लिया जाता, बल्कि संवैधानिक व्यवस्थाओं का पालन भी करना होता है। हमारा तो यही अनुरोध है कि सभी को संविधान की जानकारी होनी चाहिए।
चुनाव आयोग की सफाई
इलेक्शन कमीशन ने कहा था- नेताओं के हेलिकॉप्टर की जांच के संदर्भ में आयोग के अधिकारी सख्त प्रक्रियाओं का पालन करते हैं। साल 2024 के लोकसभा चुनावों के समय भी सत्ताधारी दल के प्रमुख नेताओं के हेलिकॉप्टर की जांच की गई थी। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हेलिकॉप्टर की तलाशी 24 अप्रैल, 2024 को बिहार के भागलपुर जिले में की गई थी। साथ ही, 21 अप्रैल 2024 को बिहार के कटिहार जिले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हेलिकॉप्टर की भी चेकिंग हुई थी।
कल भी हुई थी चेकिंग
आपको बता दें कि, उद्धव ठाकरे के सामान की तलाशी 12 नवंबर (मंगलवार) को एक बार फिर ली गई थी। उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने इलेक्शन कमीशन को एंटायरली कॉम्प्रोमाइज्ड कमीशन कहकर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि- आयोग बेशर्मी से उद्धव ठाकरे की चेकिंग कर के उनकी आयोजित सभाओं में देरी करने के प्रयास में जुटा हुआ है। उन्होंने सवाल उठाया कि- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या बाकी के नेताओं की इसी तरह तलाशी क्यों नहीं ली जा रही है?