उत्तरप्रदेश उपचुनाव 2024: 2 सीटों के लिए संजय निषाद ने दिखाए बगावती तेवर, यूपी से लेकर दिल्ली तक भाजपा आलाकमान की नाक में किया दम

  • यूपी की 9 सीटों पर होने हैं उपचुनाव
  • संजय निषाद ने बढ़ाई भाजपा की मुश्किलें
  • 2 सीटों की मांग को लेकर भाजपा को दिखाए बगावती तेवर

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-22 12:02 GMT

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश में अगले महीने उपचुनाव होने वाले हैं। लेकिन, इससे पहले सत्ताधारी भाजपा के सहयोगी दलों ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दरअसल, उपचुनाव में सीटों को लेकर भाजपा से सहयोगी दलों की नाराजगी की चर्चांए तेज हैं। इसके लिए सहयोगी दल भाजपा पर लगातार दबाव बना रहे हैं। इस कड़ी में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में निषाद पार्टी का नाम भी शामिल है। निषाद पार्टी के चीफ और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने भाजपा की नाक में दम कर दिया है। वह एनडीए से 2 सीटों  (मझवां और कटहेरी) की मांग कर रहे हैं।

इन सबके बीच उत्तरप्रदेश से दिल्ली में भाजपा के दिग्गज नेताओं को तलब किया गया है। फिलहाल, दिल्ली में यूपी भाजपा अध्यक्ष चौधरी और संगठन महामंत्री धरमपाल उपस्थित है। जबकि, यूपी की डिप्टी सीएम केशव मौर्य 3 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। उनके अलावा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी दिल्ली के लिए जाने वाले हैं।सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में होने जा रही भाजपा अलाकामान की बैठक में यूपी उपचुनाव में सीट शेयरिंग के मुद्दे को सुलझाने पर मंथन किया जाएगा। इस बैठक में भाजपा अलाकमान के साथ यूपी भाजपा कोर ग्रुप मीटिंग करेगी।

दो सीटों पर अड़े संजय निषाद

यूपी उपचुनाव में सीटों को लेकर भाजपा से संजय निषाद 2 सीटों की मांग कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो निषाद पार्टी के चीफ ने साफ कर दिया है कि वह भाजपा को समर्थन अपनी इच्छा मुताबिक सीटें और उनके सिम्बल पर कैंडिडेट तय होने के बाद ही देंगे। इस बारे में उन्होंने भाजपा से चर्चा कर ली है।

सूत्रों का कहना है कि संजय निषाद अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। निषाद के साथ इस मुद्दे को हल करने के लिए पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें समझाने की कोशिश की है। मगर, उन्होंने इसे मानने से साफ मना कर दिया है। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केशव मौर्य ने निषाद से मुलाकात की। लेकिन, नतीजा ज्यों का त्यों रहा।

यूपी कोर ग्रुप के सदस्यों ने की मुलाकात

यदि देखा जाए तो यूपी कोर ग्रुप के लगभग सभी सदस्यों ने निषाद से मुलाकात की। लेकिन, वह किसी भी तरह के समझौते की इच्छा में नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, इस वक्त संजय निषाद दिल्ली में हैं। उनकी अब तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात नहीं की है।

इस बारे में सूत्रों का कहना है कि संजय निषाद भाजपा कोर ग्रुप के किसी भी सदस्य पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। वह इस मुद्दे को लेकर अमित शाह, सुनील बंसल और जेपी नड्डा के साथ मुलाकात करके इसे हल करना चाहते हैं। निषाद यूपी भाजपा कोर ग्रुप के किसी भी सदस्य के साथ मुलाकात नहीं करना चाहते हैं। वह यूपी उपचुनाव में सीट बंटवारे और गठबंधन के मसले शाह, नड्डा और बंसल के साथ ही चर्चा करने के फिराक में है। निषाद का कहना है कि अगर उन्हें एक सीट मंझवा और सिम्बल निषाद पार्टी का दिया जाता है, तो वह समझौता कर सकते हैं। इसके लिए वह कटेहरी छोड़ने के लिए राजी हैं।   

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