Tips: तुलसी माला पहनते हैं तो भूल कर भी ना करें ये काम, जानें इसे धारण करने के नियम

अंतिम संस्कार जैसे कार्यो में जाना वर्जित माना है तुलसी माला पहनी है तो तामसिक भोजन ना करें माला को पहनने से आपका मन शांत रहता है

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-09 12:44 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे का बड़ा महत्व है। इसे एक पवित्र पौधा माना गया है और लोग अपने घर के आंगन या दरवाजे पर या बाग में इसे लगाते हैं। ऐसी मान्यता है कि, तुलसी भगवान श्री कृष्ण को बहुत प्रिय मानी जाती है, इसलिए उनके प्रसाद में भी तुलसी को चढ़ाना अनिवार्य माना गया है। इसके बिना प्रसाद अधूरा माना जाता है।

वहीं तुलसी की माला को कंठ पर धारण करने के कई फायदे बताए गए हैं। मथुरा वृंदावन सहित कई जगहों पर कृष्ण भक्तोंं को आपने गले में तुलसी माला धारण किए देखा होगा लेकिन क्या आप जानते हैं तुलसी की माला पहनने के कुछ नियम होते हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य होता है? आइए जानते हैं इन नियमों और इससे होने वाले लाभ के बारे में...

माला पहनकर इन जगहों पर ना जाएं

यदि आप तुलसी की माला गले में धारण करते हैं तो आप भूलकर भी श्मसान घाट जैसी जगह पर ना जाएं। अंतिम संस्कार जैसे कार्यो में जाना यदि अति आवश्यक है तो तुलसी की माला को पहले ही उतारकर गंगा जल में डुबोकर जाएं। इसके बाद वापस आकर नाखून काटें और बालों को धोएं और स्नान के बाद गंगाजल पीकर ही इस माला को धारण करें।

तामसिक भोजन करना हानिकारक

यदि आपने अपने गले में तुलसी माला पहनी है तो आपको तामसिक भोजन या मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करना तुलसी का अपमान माना गया है, जिससे आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

किसी भी तरह के नशे से दूरी रखें

तुलसी माला पहनने का सोच रहे हैं या पहले से धारण किए हैं तो आपको हर तरह के नशे से दूरी रखना होगी। आप शराब और यहां तक की धूम्रपाल से भी दूर रहें। क्योंकि, किसी प्रकार के नशे या शराब को अशुद्ध माना गया है और तुलसी का पौधा पवित्र।

क्या हैं माला पहनने के ​लाभ

- इस माला को पहनने वाले लोगों को रोजाना जाप करना होता है। इससे भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।

- इस माला को पहनने से आपका मन शांत रहता है और आत्म शुद्ध होती है।

- इस माला को पहनने से बीमारियों से छुटकारा मिलता है।

- इस माला को पहनने से बुध और बृहस्पति मजबूत होते हैं।

- तुलसी माला पहनने से किसी भी तरह के वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

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