सावन का छठवां सोमवार: पूजा के लिए बन रहे हैं 4 शुभ संयोग, मिलेगी भोलेनाथ की कृपा

इस दिन भगवान को भांग, धतूरा, बेलपत्र, फल अर्पित करें

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-12 12:38 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। भगवान शिव, जिन्हें उनके भक्त भोलेनाथ और महादेव के नाम से भी जानते हैं। सावन माह में शिवजी की पूजा करना सबसे शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है, कि श्रावण मास में महादेव की भक्ति से वे जल्द ही अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। वहीं इस बार सावन माह अधिकमास की वजह से और भी खास हो गया है। सावन का छठवां सोमवार 14 अगस्त 2023 को पड़ रहा है। बता दें कि, इस सावन कुल 8 सोमवार पड़ रहे हैं। चलिए जानते हैं सावन के छठे सोमवार की पूजा विधि और महत्व...

शुभ मुहूर्त

सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 11:07 बजे से 15 अगस्त को सुबह 05:50 बजे तक

सिद्धि योग: प्रात:काल से लेकर शाम 04:40 बजे तक

पुनर्वसु नक्षत्र: सूर्योदय से सुबह 11:07 बजे तक

पुष्य नक्षत्र: सुबह 11:07 बजे से 15 अगस्त को दोपहर 01:59 बजे तक

निशिता पूजा का मुहूर्त: रात 12:02 बजे से देर रात 12:48 बजे तक

पूजा विधि

- व्रती को सुबह उठकर नित्य क्रम से निवृत हो स्नान कर शिव जी का पूजन करना चाहिए।

- जातक संध्या काल को दोबारा स्नान कर स्वच्छ श्वेत वस्त्र धारण कर लें।

- पूजा स्थल अथवा पूजा गृह को शुद्ध कर लें और यदि व्रती चाहे तो शिव मंदिर में भी जा कर पूजा कर सकते हैं।

- शाम को प्रदोष काल में पूजा करें, भगवान शिव का दुध, दही, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक करें

- भगवान को भांग, धतूरा, बेलपत्र, फल आदि अर्पित करें

- अब भगवान शिव की आरती करें और पश्चात् भोग सामग्री अर्पित करें

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Tags:    

Similar News