व्रत: फरवरी माह के पहले प्रदोष व्रत का क्या है मुहूर्त? जानें पूजा की सही विधि

  • इस व्रत को करने से मानसिक विकार दूर होते हैं
  • बुध प्रदोष सभी प्रकार के दोषों का शमन करता है
  • सभी मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद मिलता है

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-05 12:59 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हर माह के कृष्ण व शुक्ल पक्ष में प्रदोष मनाया जाता है, जो कि भगवान शिवजी को समर्पित है। प्रदोष व्रत सप्ताह में आने वाले दिन के अनुसार नाम से जाना जाता है। फिलहाल, प्रदोष व्रत बुधवार को आने वाला है। ऐसे में इस व्रत का नाम बुध प्रदोष है जो कि 07 फरवरी 2024 को पड़ रहा है। ऐसा माना जाता है कि, यह व्रत सभी प्रकार के दोषों का शमन करता है। मानसिक विकार दूर होते हैं तथा जमीन,जायदाद एवं मकान का लाभ होता है।

प्रदोष व्रत की पूजा सूर्यास्त के बाद और रात्रि के आने से पूर्व की जाती है। यही समय प्रदोष काल कहलाता है। ऐसी मान्यता है कि, प्रदोष के दिन शिवजी कैलाश पर्वत के रजत भवन में नृत्य करते हैं और देवता उनके गुणों का बखान करते हैं।

शुभ मुहूर्त

त्रयोदशी तिथि आरंभ: 7 फरवरी 2024, बुधवार, दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से

त्रयोदशी तिथि समाप्त: 8 फरवरी 2024, गुरुवार, सुबह 11 बजकर 17 मिनट तक

पूजा विधि

- व्रती को सुबह उठकर नित्य क्रम से निवृत हो स्नान कर शिव जी का पूजन करना चाहिए।

- जातक संध्या काल को दोबारा स्नान कर स्वच्छ श्वेत वस्त्र धारण कर लें।

- पूजा स्थल अथवा पूजा गृह को शुद्ध कर लें और यदि व्रती चाहे तो शिव मंदिर में भी जा कर पूजा कर सकते हैं।

- शाम को प्रदोष काल में पूजा करें, भगवान शिव का दुध, दही, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक करें।

- भगवान को भांग, धतूरा, बेलपत्र, फल आदि अर्पित करें।

- अब भगवान शिव की आरती करें और पश्चात् भोग सामग्री अर्पित करें।

इस मंत्र का करें जाप

"श्रीं सोमेश्वराय नमः"

इन उपायों से होगा लाभ

1- संपत्ति में लाभ हेतु शिवलिंग पर चढ़े हुए 4 काजू घर के वायव्य कोण में छुपाकर रखें।

2- इच्छाओं की पूर्ति हेतु देवी शिवलिंग पर चढ़ा रातरानी का इत्र घर में छिड़कें।

3- मानसिक विकार से मुक्ति हेतु सफेद कपड़े में रातभर चावल बांध कर रखें फिर शिवलिंग पर चढ़ाएं।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Tags:    

Similar News