निर्जला एकादशी 2023: इस विधि से करें भगवान विष्णु की पूजा, जानें मुहूर्त

Bhaskar Hindi
Update: 2023-05-30 06:58 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का अत्यधिक महत्व है और यह माह में दो बार आती है। एक शुक्ल पक्ष और दूसरे कृष्ण पक्ष में, इस प्रकार साल में 24 एकादशी का व्रत रखा जाता है। लेकिन निर्जला एकादशी का व्रत सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। निर्जला एकादशी का व्रत हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। कहा जाता है कि निर्जला एकादशी का व्रत बुहत शक्तिशाली होता है, इस व्रत से लोग भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

निर्जला एकादशी का व्रत बिना अन्न और जल के रखा जाता है। इस दिन निर्जला व्रत रखने और भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी स्वरुप तुलसी की पूजा करना जाहिए। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार भीमसेन ने अपने जीवन में मात्र यहीं एक व्रत रखा था, इसलिए इसे भीमसेन एकादशी भी कहा जाता है।

शुभ मुहूर्त

तिथि आरंभ: 30 मई 2023, मंगलवार दोपहर 01 बजकर 07 मिनट से

तिथि समापन: 31 मई 2023, बुधवार 1 बजकर 45 मिनट पर

पारण का समय: 1 जून 2023, गुरुवार सुबह 05:24 से 08:10 तक 

व्रत की विधि

- इस व्रत को कोई भी जातक कर सकता है यानी कि यह व्रत स्त्री और पुरुष दोनों को ही करना चाहिए।

- इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठें और नित्यक्रमादि से निवृत्त होकर स्नान करें।

- साफ वस्त्र धारण करें और भगवान सूर्य को जल चढ़ाने के बाद व्रत का संकल्प लें।

- घर में पूजा के स्थान को साफ करें और मंदिर में दीपक जलाएं।

- भगवान विष्णु का गंगाजल से अभिषेक करें।

- पूजा में पीले फूल, पंचामृत और तुलसी पत्र जरुर रखें।

- भगवान विष्णु को सात्विक चीजों का भोग लगाएं।

- भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें।

- अब भगवान और मां लक्ष्मी की आरती करें।

ध्यान रखें ये बात

इस व्रत में पानी पीना वर्जित है। केवल कुल्ला या आचमन करने के लिए मुख में जल डाल सकते हैं। इसके अलावा जल पीने से व्रत टूट जाता है। व्रत करने वाले व्यक्ति को दृढ़तापूर्वक नियम पालन के साथ निर्जल उपवास करना चाहिए। सूर्योदय से लेकर दूसरे दिन के सूर्योदय तक जल का त्याग करना चाहिए।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Tags:    

Similar News