व्रत: आज है विनायक चतुर्थी, जानें श्री गणेश की पूजा का शुभ मुहूर्त
व्रत: आज है विनायक चतुर्थी, जानें श्री गणेश की पूजा का शुभ मुहूर्त
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में श्री गणेश का प्रमुख स्थान है। किसी भी पूजा से या शुभ कार्य से पहले उनका आवाहन किया जाता है। इसलिए उन्हें प्रथम पूज्य भी कहा गया है। श्री गणेश की पूजन और व्रत करने से सभी विघ्न दूर होते हैं। वैसे तो बप्पा की पूजा के लिए बुधवार का दिन शुभ माना गया है, लेकिन विनायक चतुर्थी का दिन विशेष है।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना सभी संकटों से मुक्ति के साथ घर में सुख-समृद्धि होने के साथ यश की प्राप्ति होती है। इस महीने विनायक चतुर्थी आज यानी कि 18 दिसंबर शुक्रवार को है। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में...
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शुभ मुहूर्त
तिथि आरंभ: 17 दिसंबर, दोपहर 3:17 बजे से
तिथि समापन: 18 दिसंबर को दोपहर 2:22 बजे तक
पूजा का समय: शुक्रवार को सुबह से तिथि समापन तक विघ्नहर्ता गणपति देव की पूजा और आराधना की जा सकती है।
पूजन विधि
- विनायक चतुर्थी पर स्नान कर गणेश जी के सामने दोनों हाथ जोड़कर मन, वचन, कर्म से इस व्रत का संकल्प करें।
- भगवान गणेश की पूजा करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर अपना मुख रखें। भगवान गणेश की प्रतिमा या चित्र सामने रखकर किसी स्वच्छ आसन पर बैठ जाएं।
- इसके बाद फल फूल, अक्षत, रोली और पंचामृत से भगवान गणेश को स्नान कराएं। इसके बाद पूजा करें और फिर धूप, दीप के साथ श्री गणेश मंत्र का जाप करें।
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- इस दिन गणेश जी को तिल से बनी चीजों का भोग लगाएं।
- संध्या काल में स्नान कर, स्वच्छ वस्त्र धारण कर विधिपूर्वक धूप, दीप, अक्षत, चंदन, सिंदूर, नैवेद्य से गणेशजी का पूजन करें।
- गणेश जी को लाल फूल समर्पित करने के साथ अबीर, कंकू, गुलाल, हल्दी, मेंहदी, मौली चढ़ाएं। मोदक, लड्डू, पंचामृत और ऋतुफल का भोग लगाएं।
- इसके बाद गणपति अथर्वशीर्ष, श्रीगणपतिस्त्रोत या गणेशजी के वेदोक्त मंत्रों का पाठ करें। - फिर वैशाख चतुर्थी की कथा सुने अथवा सुनाएं।
- गणपति की आरती करने के बाद अपने मन में मनोकामना पूर्ति के लिए ईश्वर से विनती करें।