हनुमान जयंती पर जरूरी हैं ये कुछ सावधानियां, भूल कर भी न करें ये काम
धर्म हनुमान जयंती पर जरूरी हैं ये कुछ सावधानियां, भूल कर भी न करें ये काम
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भगवान श्री राम को पूर्ण समर्पित हनुमान जी श्री राम के सबसे बड़े भक्त कहे जाते हैं। हनुमान की खुशी उनके प्रभु में ही बसती है। भगवान हनुमान अपने भक्तों की सारी मनोकामना पूर्ण करते हैं। वे बहुत ही दयालु व कृपानिधान हैं। वे संकटमोचन हनुमान हैं। उनकी पूजा-अर्चना से सारे दु:ख दूर हो जाते हैं लेकिन उनकी पूजा में कुछ असावधानियां जीवन में संकटों का न्यौता लेकर आ जाती हैं।
भगवान हनुमान की महिमा अति न्यारी है। उनकी पूजा करने वाले के लाइफ में कभी संकट नहीं आते हैं। हनुमान जयंती चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाती है। कहा जाता है कि इस दिन हनुमान जी की विधिवत पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के सारे संकट दूर हो जाते हैं, तो वहीं उनकी पूजा के दौरान कुछ असावधानियां जीवन में संकट ला देती हैं। तो आइए जानते हैं कि हनुमान जयंती के इस अवसर पर उनके भक्तों को किस प्रकार की सावधानियां रखनी चाहिए।
टूटी मूर्ति – इस पूजा में हनुमान जी की टूटी हुई मूर्ति या उनकी फटी तस्वीर को पूजा के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
खाने में परहेज- हनुमान जी के व्रत रखने वाले को खाने में परहेज करनी चाहिए। व्रत के दिनों में मांस-मंदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इन दिनों नमक और दान की हुई चीजों का सेवन से भी बचना चाहिए।
कपड़ों का भी ध्यान रखें- हनुमान जी की पूजा पर लाल या पीले रंग के कपड़े पहनकर ही पूजा करनी चाहिए। काले या सफेद कपड़े पहनकर पूजा करना अशुभ माना जाता है।
सूतक में पूजा न करें- व्रत रखने वाले व्यक्ति को सूतक का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सूतक के दौरान पूजा नहीं करनी चाहिए। सूतक का समय किसी परिवार के व्यक्ति के मरने के 13 दिन तक के समय को कहा जाता है।
चरणामृत न लें- हनुमान जी की पूजा में कभी चरणामृत का प्रयोग नही किया जाता है, इस बात का ख्याल रखना चाहिए।
इन बातों का ध्यान रखने के साथ-साथ हनुमान जयंती पर कुछ और खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। इन दिनों किसी को अपशब्द न कहें, शारीरिक संबंध ना बनाएं, साथ ही महिलाओं को हनुमान जी की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए। दिन में सोने से बचना चाहिए।