देश में मनाया जा रहा है ओणम का त्योहार, पीएम मोदी ने दी बधाई, जानें इस त्योहार के बारे में

Onam 2021 देश में मनाया जा रहा है ओणम का त्योहार, पीएम मोदी ने दी बधाई, जानें इस त्योहार के बारे में

Bhaskar Hindi
Update: 2021-08-21 08:09 GMT
देश में मनाया जा रहा है ओणम का त्योहार, पीएम मोदी ने दी बधाई, जानें इस त्योहार के बारे में

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दक्षिण भारत का प्रमुख त्यौहार ओणम इस वर्ष 12 अगस्त से शुरू हुआ जो कि 23 अगस्त तक मनाया जाएगा। दस दिन चलने वाले ओणम के त्योहार में हर रोज कुछ खास किया जाता है और इसके दसवें दिन ओणम मनाया जाता है। यह त्योहार खास तौर पर दक्षिण भारत में मनाया जाता है, इसकी शुरूआत केरल से हुई थी और इसे पारंपरिक तरिके से केरल में मनाया जाता है।

आज पीएम मोदी ने देशवासियों को ओणम की शुभकामनाएं दीं। बता दें कि, इस उत्सव में चार दिन सबसे अहम होते हैं। पहला सबसे महत्वपूर्ण दिन ‘उत्तरादम’। इसके बाद दूसरा महत्वपूर्ण दिन होता है ‘थिरु ओणम या थिरुवोनम’। इसके बाद उत्सव का तीसरा सबसे अहम दिन ‘अवितम’ है जिसके तहत राजा बलि की विदाई की तैयारियां की जाती हैं। इसके बाद उत्सव का आखिरी दिन ‘चत्तयम’ होता है।

इस शुभ मुहूर्त पर बांधे राखी, होगें कई लाभ

पीएम ने दी शुभकामनाएं
ओणम के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों को बधाई देते हुए कहा “सकारात्मकता, उत्साह, भाईचारे और सद्भाव से जुड़े त्योहार ओणम के विशेष अवसर पर शुभकामनाएं। मैं सभी के अच्छे स्वास्थ्य और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं।’’ 

उपराष्ट्रपति ने भी दी बधाई
वहीं उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी लोगों को बधाई दी उन्होंने ट्वीट किया, 
“आज ओणम के पावन अवसर पर मेरी ओर से हार्दिक बधाई। यह हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में फसल के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है। ओणम केरल के महान राजा महाबली की स्मृति का भी सम्मान करता है, जिन्हें उनके बड़प्पन और उदारता के लिए मनाया जाता है।”

क्या है ओनम का महत्व?
ओणम का त्योहार अच्छी फसल के उपलक्ष में मनाया जाता है, घर की खास तौर पर साफ सफाई की जाती है और उसे सजाया जाता है। इस दिन को लोग खास तौर पर घर में रहकर घरवालों के साथ मिल कर मनाते हैं। घर में कई तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं और उसे केले के पत्तो पर परोसते हैं।

सद्गुरु ने बताई शिव और पार्वती के विवाह की अनोखी कहानी

क्यों मनाते हैं ओणम?
यह त्योहार केरल के महाबली नाम के असुर राजा को समर्पित होता है, ऐसा बताया जाता है कि वह अपनी प्रजा को सुखी व संपन्न रखते थे, एक बार भगवान विष्णु ने वामन अवतार में प्रकट होकर उनसे तीन पग भूमि मंगी और उनका उध्दार किया। तब से लोग मानते हैं कि ओणम के दिन वह धरती पर आते हैं अपनी प्रजा को देखने।

Tags:    

Similar News