दगडूशेठ गणपती मंदिर में सिर्फ ये काम करने से पूरी होती है मुराद
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गणेश उत्सव देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है। इसका समापन रविवार 19 सितंबर को होने जा रहा है। हालांकि बप्पा के भक्तों के लिए उनके दरबार हमेशा खुले रहते हैं। देशभर में ऐसे कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी होती है। इनमें से दगडूशेठ गणपती मंदिर में सिर्फ दर्शन मात्र से मनोकामनाएं पूर्ण होने की मान्यता है।
गणेश जी का ये मंदिर महाराष्ट्र में स्थित है और यहां के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। पुणे के श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर का निर्माण दगडूशेठ हलवाई द्वारा कराया गया था।
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मानयता
यहां के लोगों का मानना है कि, जो भी भक्त यहां सच्ची श्रद्धा से आता है उसे सिर्फ बप्पा के दर्शन मात्र से ही लाभ मिल जाता है। यहां बप्पा 30 दिनों में भक्तों की हर मनोकामना पूरी कर देते हैं। कहा जाता है कि, यह मंदिर दगरूसेठ हलवाई और पुणे के गोडसे परिवार की श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। यह मंदिर वास्तुशास्त्र के लिहाज से बनाया गया है।
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कब बना मंदिर
इस मंदिर से जुड़ी एक कहानी है, जिसके अनुसार दगडूशेठ गडवे एक लिंगायत व्यापारी एक समय कलकत्ता से आकर पुणे में बस गए थे। वे यहां दगडूशेठ हलवाई के नाम से प्रसिद्ध हुए। लेकिन 18वीं सदी के उत्तरार्द्ध में प्लेग की महामारी में उनके बेटे का देहांत हो गया। पुत्र की अकाल मृत्यु के दुख से उबरने के लिनए शोकाकुल दगडूशेठ और उनकी पत्नी को उनके आध्यात्मिक गुरु श्री माधवनाथ महाराज ने भगवान गणेश का एक मंदिर बनवाने का सुझाव दिया। इसके बाद, दगडूशेठ हलवाई ने पुणे में गणपति जी के मंदिर का निर्माण कराया था।