Good Friday: इसलिए कहा जाता है गुड फ्राइडे को गुड, अंडे के आकार वाले गिफ्ट्स का होता है विशेष महत्व
Good Friday: इसलिए कहा जाता है गुड फ्राइडे को गुड, अंडे के आकार वाले गिफ्ट्स का होता है विशेष महत्व
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। गुड फ्राइडे ईसाई समुदाय के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस खास दिन को लोग अलग अलग नामों से पुकारते हैं। गुड फ्राइडे को कुछ लोग "होली फ्राइडे" कहते हैं तो कुछ लोग "ग्रेट फ्राइडे" कहते हैं। इस दिन गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा का अयोजन किया जाता है। अधिकांश चर्चों में दोपहर 12 से 3 बजे तक प्रार्थना सभा और बाइबल में वचन को पढ़ा जाता है। ईसाई मान्यता के अनुसार इस दिन प्रभु यीशू को सूली पर चढ़ाया गया था। जहां अपने प्राण त्यागते हुए, उन्होंने सात वचन कहे थे। साथ ही अपनी मौत के तीन दिन बाद ही वे पुन: जीवित हो गए थे, इसलिए 3 दिन बाद ईस्टर संडे मनाया जाता है। ईसाई लोग खुशी मनाने के लिए प्रभु भोज में भाग लेते हैं, एक-दूसरे के साथ खुशी मनाते है और एक-दूसरे को अंडे के आकार के तोहफे देते हैं।
इसलिए कहा जाता है गुड फ्राइडे
ईसाई धर्म ग्रंथों के अनुसार प्रभु यीशु को बिना कोई अपराध के उन्हें कठोर से कठोर सजा देते हुए सूली पर लटका दिया गया था। प्रभु यीशु ने अपने हत्यारों का सजा देने बजाय प्रभु से इनको माफ करने की प्रार्थना की थी। जिस दिन ईसा मसीह को सूली पर लटकाया गया था उस दिन फ्राइडे था। तभी से इस दिन को गुड फ्राइडे कहा जाता है। सूली पर लटकाए जाने के तीन दिन बाद रविवार को ईसा मसीह फिर से जीवित हो उठे थे। इस दिन को ईस्टर संडे कहते है। साथ ही उन्होंने लोगों को ये भी संदेश दिया था कि वह हमेशा उनके साथ और हमेशा उनकी मदद के लिए उनके साथ रहेंगे। इसी कारण इस दिन को गुड फ्राइडे के रूप में मनाया जाता है।
इसलिए लटकाया गया था सूली पर
ईसाई धर्म की मान्यताओं के अनुसार यीशु ईश्वर के अवतार थे। ईश्वर ने उन्हें पृथ्वी से अज्ञानता और अंधकार को मिटाने के लिए भेजा था। ईसा मसीह लोगों को ज्ञान की बातें और ईश्वर का बखान करते थे उस वक्त यहूदियों के कट्टरपंथी धर्मगुरुओं ने यीशु का बहुत पुरजोर तरीके से विरोध किया। कट्टरपंथियों धर्मगुरुओं ने उस समय के रोमन गवर्नर पिलातुस से यीशु की शिकायत कर दी। रोमन साम्राज्य हमेशा इस बात से डरते थे कि कहीं यहूदी क्रांति न कर दें। इसी के चलते यीशु को क्रॉस पर लटकाकर जान से मारने का आदेश दे दिया गया।
इस तरह सेलिब्रेट किया जाता है ये खास दिन
गुड फ्राइडे को ईसाइ धर्म के लोग बड़ी धूमधाम से मनाते है। ईसाइयों के घरों में गुड फ्राइडे के 40 दिन पहले से ही प्रार्थना और व्रत रखने शुरु हो जाते है। इस व्रत में ये शाकाहारी खाना खाते हैं। 40 दिन बाद में जब उपवास खत्म होता है तो लोग गुड फ्राइडे के दिन चर्च जाते हैं और अपने ईसा मसीह को याद कर शोक मनाते हैं। इसी के साथ गुड फ्राइडे के दिन ईसा के अंतिम सात वाक्यों की विशेष व्याख्या की जाती है जो क्षमा, मेल-मिलाप, सहायता और त्याग पर केंद्रित होती है।
अंडे के आकार का गिफ्ट
ईसाई समुदाय में ईस्टर एग यानी कि अंडे का विशेष महत्व है। अंडा इसलिए, क्योंकि जिस तरह चिड़िया सबसे पहले अपने घोसले में अंडा देती है, उसके बाद उसमें से चूजा निकलता है। ठीक उसी तरह अंडे को शुभ माना गया है। ईस्टर संडे के दिन लोग एक दूसरे को अंडे के आकार के गिफ्ट देते हैं। यही नहीं सजावट में भी अंडे के आकार का इस्तेमाल किया जाता है।