खरमास: शुरू हो चुका है मलमास, जानें इस माह में क्या करें क्या ना करें
खरमास: शुरू हो चुका है मलमास, जानें इस माह में क्या करें क्या ना करें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में खरमास या मलमास में किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य ना किए जाने की सलाह दी गई है। पंचांग के अनुसार इस बार खरमास 15 दिसंबर की रात 09.31 बजे से शुरू हो चुका है। यह 14 जनवरी,2021 की सुबह 08.13 बजे तक रहेगी। मकर संक्रांति से देवताओं का दिन शुरू हो जाता है। इसी दिन खरमास समाप्त हो जाता है।
खरमास में विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश आदि मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। इस कारण अब एक महीने इन सभी कार्यो पर प्रतिबंध रहता है। इस अवधि में कौन से कार्य नहीं किए जाने चाहिए और किसका रखें ध्यान, आइए जानते हैं...
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क्या होता है खरमास ?
सूर्य जब-जब बृहस्पति की राशियों धनु और मीन में प्रवेश करता है तब खरमास होता है क्योंकि सूर्य के कारण बृहस्पति निस्तेज हो जाते हैं। इसलिए खरमास में सभी शुभ कार्य नहीं किए जाते।
खरमास में करें ये काम
खरमास में सूर्य का गुरु राशि में गोचर होने की वजह से ये समय पूजा-पाठ और मंत्र जाप के लिए बेहद उपयोगी माना जाता है। इस समय अनुष्ठान से जुड़े कर्म को साथ पितरों से संबंधित श्राद्ध कार्य करना भी अनुकूल माना गया है। खरमास में जलदान का भी बहुत महत्व माना जाता है। इस समय ब्रह्म मूहूर्त के समय किए गए स्नान को शरीर के लिए बहुत उपयोगी माना गया है।
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क्या नहीं करना चाहिए
हिंदू शास्त्रों के अनुसार मलमास या खरमास में सभी तरह के शुभ कार्य जैसे शादी, सगाई, गृह प्रवेश, नए गृह का निर्माण आदि वर्जित होते हैं। इस दौरान सूर्य गुरु की राशियों में रहता है, जिसके कारण गुरु का प्रभाव कम हो जाता है। जबकि शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए गुरु का प्रबल होना बहुत आवश्यक होता है। गुरु जीवन के वैवाहिक सुख और संतान देने वाला होता है।