कार्तिक पूर्णिमा 2020: सूर्यास्त के बाद करें ये कार्य, धन की होगी पूर्ति
कार्तिक पूर्णिमा 2020: सूर्यास्त के बाद करें ये कार्य, धन की होगी पूर्ति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिन्दू माह कार्तिक की पूर्णिमा पर स्नान-दान करने का बहुत महत्व होता है। इस बार पूर्णिमा तिथि 29 नवंबर दोपहर से शुरू होने के चलते स्नान के लिए 30 नवंबर का दिन उत्तम माना जा रहा है। हालांकि हालांकि देखा जाए तो पूरा कार्तिक माह ही अच्छा माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन स्वर्ग से देवता काशी में आकर कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली मनाते हैं। पवित्र नदी में स्नान करने से पाप कर्मों का नाश होता है।
कहा जाता है कि, भगवान विष्णु, शंकर, माता लक्ष्मी को यह महीना विशेष रूप से प्रिय है, इसलिए इस माह में किए अच्छे-बुरे कार्य जातक को तत्काल फल प्रदान करते हैं। तीनों देवी देवताओं की कृपा से धन-धान्य की प्राप्ति होती है। इस माह में जातक को सभी पापों से मुक्ति भी मिलती है। आइए जानते हैं इस पूर्णिमा के बारे में...
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पूर्णिमा पर पूरे माह का फल
कार्तिक मास में नियम तथा अनुशासन पूर्वक है तो कि भगवान विष्णु, शंकर, माता लक्ष्मी तीनों भगवानों की कृपा प्राप्त होती है। किंतु जो लोग पूरे माह नियमों और अनुशासन का पालन नहीं कर पाए, उनके लिए ‘कार्तिक पूर्णिमा’ का बहुत अच्छा अवसर है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष उपाय कर आप अपने दुखों से मुक्त होकर श्रीहरि के कृपापात्र बन सकते हैं और जातक को हर प्रकार से उन्नति मिलती है।
गंगा स्नान का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का बहुत महत्व होता है। जिस किसी भी जातक को आर्थिक कष्ट हों उसे इस दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए। भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी की पूजा करना तथा इस दिन व्रत रखना आपको शुभ लाभ देगा।
मिलेगा ये फल
इस दिन व्रत रखने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है उसे इस दिन नमक का इस्तेमाल बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। व्रत करने वाले इस दिन ब्राह्मणों या योग्य पात्र को दान करें।
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कार्तिक पूर्णिमा के दिन आप अपने घरों में हवन, यज्ञ पूजा आदि करा सकते है। इस दिन कुछ लोग गंगा स्नान के लिए जाते हैं। ऐसा मना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन दान करने से आपकी सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है और आपका पूण्य फल दोगुना हो जाता है।
ब्रह्म मुहूर्त में करें जप
भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी की पूजा करना तथा इस दिन व्रत रखना आपको शुभ लाभ देगा।
नीचे दिया मंत्र जाप करें तो धन-धन्य की पूर्ति होती है।
इस मंत्र को कार्तिक पूर्णिमा की रात्रि में स्नान तथा पूजन के बाद भी कर सकते हैं लेकिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में जप करना बहुत ही फलकारी है।
मंत्र:-
“पुत्रपौत्रं धनं धान्यं हस्त्यश्वादिगवेरथम् प्रजानां भवसि माता आयुष्मन्तं करोतु मे।”