लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए करें ये विशेष उपाय
आराधना लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए करें ये विशेष उपाय
Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-23 10:43 GMT
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। माता लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है और दिवाली के दिन हम माँ लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा करते हैं और प्रर्थना करते है हि वह आपको धन धान्य से परिपूर्ण कर दें। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके अलावा भी आप कुछ उपाय द्वारा माता लक्ष्मी जी को प्रसन्न कर सकते हैं। तो चलिए जानते है कुछ ऐसे उपायों के बारे में जिनको आजमाकर आप भी धन धान्य और समृद्ध से पूर्ण हो जाएंगे।
- सुबह उठकर सबसे पहले अपनी हथेलियों को जरूर देखें और मन ही मन मां लक्ष्मी जी से प्रर्थना करें।
- किसी से भी मंगलवार के दिन कर्ज न लें, साथ ही कर्ज की पहली किश्त बुधवार को देना शुरु करें।
- लक्ष्मी मंदिर या अन्नपूर्णा मंदिर जा कर थोड़े से अक्षत (चावल) घर लाकर लाल वस्त्र में लपेट कर घर में ही धन रखने के स्थान में रखें।
- मूंग की दाल खाना और दान करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होती है अगर आप इसकी शुरुआत बुधवार से करते हैं तो उसकी शुभता की ज्यादा वृद्धि होती है।
- हफ्ते में एक दिन अपने कार्य क्षेत्र के किसी कर्मचारी को भरपेट भोजन अवश्य कराएं। विशेष तौर पर शनिवार को भोजन करवाने से आपको धन लाभ मिलेगा।
- अपने काम करने के स्थान या वर्क टेबल पर एक खड़ी हल्दी की गांठ भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के चरणों से स्पर्श करा कर के पीले कपड़े में बांधकर रखना आर्थिक स्थिति में विशेष लाभ देता है।
- घर में देसी घी का दीपक जलाना और पूजा के स्थान पर थोड़ा-सा देसी घी खुले पात्र में रखना मां लक्ष्मी को आकर्षित करता है। ऐसा इसलिए क्याेंकि मां लक्ष्मी को देसी घी की सुगंध आकर्षित करती है।
- श्री सूत्र कणक धारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। मां लक्ष्मी का दिव्य मंत्र "ऊं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसिद्व नमः" मंत्र का नियमित 108 बार जाप करें।
- कभी भी जूठे हाथ से रुपए-पैसे को स्पर्श न करें. रुपए गिनते समय नोट पर कभी भी थूक न लगाएं. इससे मां लक्ष्मी का अपमान होता है और वह रूठ जाती हैं.
- कभी भी जूठे हाथ से रुपए-पैसे को स्पर्श न करें. रुपए गिनते समय नोट पर कभी भी थूक न लगाएं. इससे मां लक्ष्मी का अपमान होता है और वह रूठकर चली जाती हैं.
- झाड़ू को कभी भी पैर से ठोकर न मारें और उसे हमेशा छिपाकर रखें. कभी भी खड़ी झाड़ू न रखें.