व्रत: बुधवार को करें व्रत, जीवन में आने वाली समस्याओं से मिलेगी निजात
व्रत: बुधवार को करें व्रत, जीवन में आने वाली समस्याओं से मिलेगी निजात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में सप्ताह के सातों दिनों को किसी ना किसी देव के लिए महत्वूपर्ण माना गया है। इन दिनों के अनुरूप विशेष पूजा भी की जाती है, जिससे देवी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। भगवान गेणश को प्रथम पूज्य देव कहा जाता है और किसी भी शुभ कार्य से पहले उनकी पूजा की जाती है। यानी कि किसी भी पूजा से पहले श्री गणेश की पूजा अनिवार्य है। बावजूद इसके गणेश जी की विशेष कृपा पाने के लिए बुधवार का दिन उन्हें समर्मित है। ज्योतिषों के अनुसार इस दिन भगवान गणेश की विधि- विधान से पूजा करनी चाहिए।
आपको बता दें कि पुराणों में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता बताया गया है। इनके आशिर्वाद से कार्यों में विघ्न नहीं पड़ता है और सभी कार्यों में सफलता मिलती है। कुछ लोग गणेश भगवान की कृपा प्राप्त करने के लिए बुधवार का व्रत भी करते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे श्री गणेश को प्रसन्न किया जा सकता है।
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बुधवार के दिन करें व्रत
कुछ लोग गणेश भगवान की कृपा प्राप्त करने के लिए बुधवार का व्रत भी करते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत की शुरुआत से लेकर अगले साथ 7 बुधवार तक साधक को व्रत करना चाहिए। मान्यता है कि, इस व्रत को करने वाले जातक के जीवन में सुख, शांति और यश बरकरार रहता है। साथ ही उसके अन्न के भंडार और धन कभी खाली नहीं होते हैं।
माना बुधवार के दिन भगवान गणेश को सिंदूर अर्पित करना चाहिए। गणपति को सिंदूर चढ़ाने से सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। अगर संभव हो तो, आप नित्य भी गणेश को सिंदूर अर्पित कर सकते हैं।
पूजा विधि:
- - बुधवार को सुबह स्नान-ध्यान से निवृत होकर साफ कपड़े पहनें।
- - इसके बाद तांबे के पात्र को अच्छी तरह से साफ कर लें।
- - इसके बाद इस पात्र में में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें।
- - पूजा की जगह पर पूर्व दिशा में मुख करना शुभ होता है।
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- - संभव न हो तो उत्तर दिशा की ओर चेहरा कर पूजा की शुरुआत करें।
- - आसन पर बैठें और भगवान गणेश की फूल, धूप, दीप, कपूर, चंदन से पूजा करें।
- - गणेश जी को दूब यानी दूर्वा अर्पित करना काफी शुभ माना जाता है।
- - पूजा के अंत में गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं।
- - आखिर में भगवान श्री गणेश की आरती करें।