धनतेरस : जानें शुभ मुहूर्त, करें भगवान कुबेर और धनवन्तरी की पूजा
धनतेरस : जानें शुभ मुहूर्त, करें भगवान कुबेर और धनवन्तरी की पूजा
डिजिटल डेस्क। दीपों और रोशनी के त्यौहार दीपावली के आने में 2 दिन ही शेष हैं। इसके लिए घर- घर में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। हालांकि दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान त्रयोदशी के दिन भगवान धनवंतरी प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन को धन त्रयोदशी कहा जाता है। धन और वैभव देने वाली इस त्रयोदशी का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन लक्ष्मी– गणेश और कुबेर की पूजा की जाती है।
इसी दिन स्वास्थ्य और औषधियों के देवता धनवन्तरी की पूजा भी की जातर है और अपने व परिवार के लोगों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की जाती है। इन सभी पूजाओं को घर में करने से स्वास्थ्य और समृद्धि बनी रहती है। इस वर्ष भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजे से आप 8:15 तक है।
ऐसे करें पूजा
धनतेरस पर अपने घर के पूजा गृह में जाकर ॐ धं धन्वन्तरये नमः मंत्र का 108 बार उच्चारण करें। इसके बाद स्वास्थ्य के भगवान धनवंतरी से अच्छी सेहत की कामना करें। धनवन्तरी की पूजा के बाद सबसे पहले प्रथम पूज्य देव भगवान गणेश की पूजा करें। इसके लिए सबसे पहले गणेश जी को दिया अर्पित करें और धूपबत्ती चढ़ाएं। इसके बाद गणेश जी के चरणों में फूल अर्पण करें और मिठाई चढ़ाएं।
इसी तरह लक्ष्मी पूजन करें, लक्ष्मी को फूल और अक्षत के साथ चंदन लगाएं। साथ ही कुबेर देवता की पूजा करें। बाद में दक्षिण दिशा की ओर यमराज को जल दें। तिल का तिल जलाकर सभी की आरती करें। पूजा के पश्चात अनाज का दान करें।
पूजा विधि
1. धनतेरस पूजन के लिए सबसे पहले एक लकड़ी का पट्टा लें और उस पर स्वास्तिक का निशान बना लें।
2. इसके बाद इस पर एक तेल का दिया जला कर रख दें और दिए को किसी चीज से ढक दें।
3. दिए के आस- पास तीन बार गंगा जल छिड़कें।
4.दीपक पर रोली और चावल का तिलक लगाएं।
5. दीपक में थोड़ी सी मिठाई डालकर मीठे का भोग लगाएं।
6. दीपक में 1 रुपया रखें, रुपए चढ़ाकर देवी लक्ष्मी और गणेश जी को अर्पण करें
इसके बाद दीपक को प्रणाम करें और परिवार के लोगों के साथ आशीर्वाद लें।
7. यह दिया अपने घर के मुख्य द्वार पर रख दें, ध्यान रखें कि दिया दक्षिण दिशा की ओर रखा हो।