Chaitra Navratri 2020: मां चंद्रघंटा की ऐसे करें पूजा, इनके स्वरूप के बारे में जानें
Chaitra Navratri 2020: मां चंद्रघंटा की ऐसे करें पूजा, इनके स्वरूप के बारे में जानें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की अलग अलग दिन पूजा अर्चना की जाती है। इन दिनों चैत्र नवरात्रि चल रही हैं और इसके प्रथम दिन दुर्गा मां के शैलपुत्री अवतार, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी माता की पूजा की जा चुकी है। वहीं आज तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी। माना जाता है कि मां चंद्रघंटा की पूजा करने से मन के साथ घर में भी शांति आती है और व्यक्ति के परिवार का कल्याण होता है।
इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा से सुख-संपदा मिलती है और जीवन आनंदित होता है। शास्त्रों के अनुसार मान्यता यह भी है कि माता चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना से भक्तों को सभी जन्मों के कष्टों और पापों से मुक्त मिलती है। आइए जानते हैं पूजा विधि और महत्व...
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मां चंद्रघंटा का रूप
मां चंद्रघंटा का रूप अत्यंत ही सौम्य होता है। मां चंद्रघंटा को सुगंध बहुत पसंद है। भगवती चंद्रघंटा का रूप अत्यंत शांतिदायक और कल्याणकारी माना गया है। इनका शरीर स्वर्ण के समान उज्जवल है, इनका वाहन सिंह है और इनके दस हाथ हैं जो कि विभिन्न प्रकार के अस्त्र-शस्त्र से सुशोभित रहते हैं। मां चंद्रघंटा का शरीर सोने के समान कांतिवान है। उनकी दस भुजाएं हैं और दसों भुजाओं में अस्त्र-शस्त्र हैं।
ऐसे करें पूजा
नवरात्रि के तीसरे दिन वैदिक एवं सप्तशती मंत्रों द्वारा मां चंद्रघंटा सहित समस्त स्थापित देवताओं की षोडशोपचार पूजा करें। इसमें आवाहन, आसन, पाद्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, सौभाग्य सूत्र, चंदन, रोली, हल्दी, सिंदूर, दुर्वा, बिल्वपत्र, आभूषण, पुष्प-हार, सुगंधितद्रव्य, धूप-दीप, नैवेद्य, फल, पान, दक्षिणा, आरती, प्रदक्षिणा, मंत्रपुष्पांजलि आदि करें।
मां की पूजा करते समय उनको लाल फूल अर्पित करें। इसके साथ मां को लाल सेब और गुड़ भी चढाएं। शत्रुओं पर विजय पाने के लिए मां की पूजा करते समय घंटा बजाकर उनकी पूजा करें।
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नवरात्रि के तीसरे दिन के लिए मंत्रः
ॐ चं चं चं चंद्रघंटायेः हीं।
इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
दुखों और भय से मुक्ति
माता चंद्रघंटा अपने भक्तों को लम्बी आयु, सुख सम्पदा और रोगों से मुक्त होने का वरदान देती है। मां चंद्रघंटा के आशीर्वाद से भक्त के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उसकी राह में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती है। इस देवी की पूजा करने से सभी दुखों और भय से मुक्ति मिलती है।