बृहस्पतिवार को अपनाएं ये पूजा विधि, दूर होगी विवाह बाधा
बृहस्पतिवार को अपनाएं ये पूजा विधि, दूर होगी विवाह बाधा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सभी देवताओं के गुरु बृहस्पति हैं। गुरुवार का आशीर्वाद किसी भी काम की सफलता के लिए बहुत जरुरी है। कहा जाता है कि गुरु का पूजन करने से मनुष्य को जीवन के किसी भी क्षेत्र में असफलता का सामना नही करना पड़ता। यह नेतृत्व क्षमता प्रदान करता है। इसे सभी ग्रहों में सबसे शुभ माना गया है। गुरु को प्रसन्न करने के लिए पीली वस्तुओं का दान करना चाहिए, पीले वस्त्र धारण करना चाहिए व पीला भोजन ग्रहण करना चाहिए। पीली वस्तुएं और गुरुवार को विष्णु पूजा के लिए भी उर्पयुक्त माना गया है। इसलिए गुरुवार को विष्णु पूजन कर गुरु ग्रह से जुड़ी समस्याओं का निवारण किया जा सकता है अगर विवाह में बांधाएं आ रही हैं तो इस पूजन व्रत विधि काे अपनाया जा सकता है...
1. गुरुवार को सुबह भोर पहले स्नान करें। इसके पश्चात पीले वस्त्र धारण कर व्रत धारण करें।
2. सूर्य देव उर्जा प्रदान करने वाले हैं अतः सूर्य को अघ्र्य दें।
3. इस दिन व्रती पोंछा ना लगाएं और ना ही नमक वाली किसी भी वस्तु को ग्रहण करें।
4. संभव हो तो बेसन के लड्डू भोग के लिए रखें।
5. इस दिन पीली चीजों को ही ग्रहण करें जैसे आम या केले।
6. भगवान के प्रसाद में भी पीली ही वस्तुएं रखें। चौकी पर भी पीला वस्त्र ही बिछाकर मूर्ति स्थापित करें।
7. अब भगवान विष्णु के सामने दीपक जलाकर उनके सहस्र नामों का पाठ करें।
8. विधि-विधान से पूजन कर कथा का श्रवण करें और केसरिया चंदन, पीले चावल और बेसन के लड्डू चढ़ाएं।
9. पूूजन के बाद माथे पर हल्दी तिलक लगाकर स्वयं भी प्रसाद ग्रहण करें और दूसरों को भी प्रदान करें।
10. ""ऊँ बृं बृहस्पते नमः"", यह गुरु मंत्र है जो बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए बोला जाता है। इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
11. इस दिन केले के पेड़ की पूजा का भी महत्व है। इससे विष्णुदेव प्रसन्न होते हैं आैर शादी विवाह में रुकावट नही आती।