मासिक शिवरात्रि: कष्टों से मुक्ति पाना है तो इस विधि से करें भगवान शिव की आराधना, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त
- चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है
- इस बार शिवरात्रि 08 फरवरी, गुरुवार को है
- पूजा का ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 21 मिनट से है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देवों के देव महादेव भगवान शंकर की पूजा का विशेष दिन शिवरात्रि को माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि, इस दिन भक्तों की थोड़ी सी आराधना से ही भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं। मासिक शिवरात्रि को लेकर कुछ ऐसी ही मान्यता है। बता दें कि, हिंदू पंचाग के अनुसार, प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस बार यह शिवरात्रि 08 फरवरी 2024, गुरुवार को पड़ रही है।
माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है। चैत्र मास की इस शिवरात्रि के दिन विधि पूवर्क व्रत और पूजा करने से भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है और दांपत्य जीवन में मधुरता आती है। आइए जानते हैं मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में...
मुहूर्त
तिथि आरंभ: 8 फरवरी 2024, गुरुवार सुबह 11 बजकर 17 मिनट से
तिथि समापन: 9 फरवरी 2024, शुक्रवार सुबह 8 बजकर 2 मिनट तक
पूजा का ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5 बजकर 21 मिनट से 6 बजकर 12 मिनट तक
पूजा विधि
मासिक शिवरात्रि के दिन महादेव शिव के साथ माता पार्वती, गणेश जी, कार्तिकेय जी एवं शिवगणों की पूजा करने का विधान है।
शिव जी की पूजा में प्रथम भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है।
शिव जी के अभिषेक में जल, दूध, दही, शुद्ध घी, शहद, शक्कर या चीनी, गंगाजल तथा गन्ने के रसे आदि से अभिषेक किया जाता है।
अभिषेक करने के बाद बेलपत्र, समीपत्र, कुशा तथा दुर्बा आदि चढ़ाएं
अंत में गांजा,भांग, धतूरा तथा श्री फल(नारियल) शिव जी को भोग के रुप में समर्पित करें।
मासिक शिवरात्रि पर पूरा दिन निराहार रहकर इनके व्रत का पालन किया जाता है।
शिव चतुर्दशी के दिन रात्रि के समय शिव मंत्रों का जाप करना चाहिए।
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