Masik Shivratri 2024: आज है अश्विन माह की शिवरात्रि, शुभ मुहूर्त में इस विधि से करें पूजा

  • यह दिन भगवान शिव को समर्पित है
  • इस व्रत में रात में पूजा की जाती है
  • रात 11 बजकर 47 मिनट से है मुहूर्त

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-30 09:16 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) का व्रत रखा जाता है। इस बार यह व्रत 30 सिंतबर 2024, सोमवार को यानि कि आज है। यह दिन देवों के देव महादेव यानि कि भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

इस बार मासिक शिवरात्रि का व्रत पितृ पक्ष के दौरान आया है। माना जाता है कि, इस दिन विधिवत व्रत और पूजा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। ऐसे में इस दिन आपको ना सिर्फ भोलेनाथ बल्कि अपने पूर्वजों का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा। आइए जानते हैं पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि...

मुहूर्त

तिथि आरंभ: 30 सितंबर की शाम 7 बजकर 6 मिनट से

तिथि समापन: 01 अक्टूबर की देर रात 9 बजकर 39 मिनट तक

पूजा का ब्रह्म मुहूर्त: 30 सितंबर 2024 की रात 11 बजकर 47 मिनट से 01 अक्टूबर की सुबह 12 बजकर 35 मिनट तक

इस विधि से करें पूजा

- शिवरात्रि के दिन पूजा स्थल पर सफाई करें और यहां गंगाजल का छिड़काव करें।

- इसके बाद शिव के साथ माता पार्वती, गणेश जी, कार्तिकेय जी एवं शिवगणों की पूजा करें।

- शिव जी का जल, दूध, दही, शुद्ध घी, शहद, शक्कर या चीनी, गंगाजल तथा गन्ने के रसे आदि से अभिषेक करें।

- अभिषेक करने के बाद बेलपत्र, समीपत्र, कुशा तथा दुर्बा आदि चढ़ाएं

- अंत में गांजा, भांग, धतूरा तथा श्री फल(नारियल) शिव जी को भोग के रुप में समर्पित करें।

- धूपबत्ती जलाकर शिवलिंग को धूप दें और शिवलिंग को सफेद मिठाई का भोग लगाएं।

- शिव चतुर्दशी के दिन रात्रि के समय शिव मंत्रों जैसे “ॐ नमः शिवाय”, “महामृत्युंजय मंत्र” का जाप करें।

- पूजा के अंत में भगवान शिव की आरती करें और पूजा में हुई भूल के लिए क्षमा मांगें।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

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