महाशिवरात्री पर शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़: महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर में लाखों श्रृद्धालुओं ने किये भगवान शिव के दर्शन
- प्रदेशभर के शिव मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भारी भीड़
- महाकालेश्वर से लेकर भोजपुर तक दर्शन के लिए लगा श्रृद्धालुओं का तांता
- देशभर से आए जुटे लोग
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भगवान शिव और माता पार्वती के विवाहोत्सव के रूप में मनाई जाने वाली महाशिवरात्रि के मौके पर आज प्रदेशभर के शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर के साथ-साथ ओंकारेश्वर, कुबेरेश्वर धाम, बांदकपुर और भोजपुर में लाखों की संख्या में श्रृद्धालु भगवान शंकर के दर्शन करने पहुंचे।
बात करें महाकालेश्वर मंदिर की तो यहां के पट रात ढाई बजे ही दर्शन करने के लिए पट खोल दिए गए थे। मंदिर प्रशासन की ओर से कहा गया है कि यहां भक्त लगातार 44 घंटे तक बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। प्रशासन का दावा है कि यहां लोगों को केवल 40 से 45 मिनट में दर्शन कराए जा रहे हैं। अभी तक यहां देशभर आए करीब साढ़े सात लाख श्रृद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
महाकालेश्वर में लगा भक्तों का तांता
देश के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक महाकालेश्वर में महाशिवरात्रि के दिन सबसे पहले बाबा महाकाल की भस्म आरती हुई। इसके बाद उनका श्रृंगार किया गया। भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आज दिनभर भक्तों की लाइन लगी रही। इस पावन दिन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, बीजेपी सांसद हेमा मालिनी और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी बाबा महाकाल के दर्शन करने यहां पहुंचीं।
कुबेरेश्वर धाम पहुंचे शिवराज सिंह चौहान
विख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में महाशिवरात्रि के अवसर पर रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया गया। इस भव्य आयोजन में देश भर से लाखों लोग पहुंचे। इस दौरान प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी यहां पहुंचकर पूजा-अर्चना की। वहीं कहा जा रहा है कि कुबेरेश्वर धाम में अब तक 5-6 लाख लोग पहुंच चुके हैं।
इसके अलावा भोपाल के ही नजदीक स्थित भोजपुर के प्राचीन शिव मंदिर में भी महाशिवरात्रि के अवसर पर हजारों भक्त पहुंचे। यहां दर्शन के लिए पहुंची भक्तों की भीड़ का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यहां पहुंचने वाले रास्ते पर घंटों लंबा जाम लगा रहा। वहीं ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग में सुबह की आरती तीन बजे की गई। इस दौरान बाबा ओंकार का बड़ा आकर्षक श्रृंगार किया गया। भक्तों के लिए गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन की व्यवस्था की गई।
इन सब स्थानों के अलावा राज्य के दमोह स्थित बांदकपुर, मंदसौर के पशुपतिनाथ, पंचमढ़ी के बड़ा महादेव और आगर के बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर सहित अन्य स्थानों पर महाशिवरात्रि का पर्व बड़ी श्रृद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया।