Ganesh Jayanti 2024: कब है माघ गणेश जयंती? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि महत्व
- इस साल गणेश जयंती 13 फरवरी को है
- शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 29 मिनट से
- गणेश जी की पूजा जीवन सुखमय होता है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जयंती मनाई जाती है। इसे माघ विनायक चतुर्थी, तिलकुंड चतुर्थी और वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस साल गणेश जयंती 13 फरवरी को मनाई जा रही है। माना जाता है कि, इस दिन भगवान गणेश का जन्मदिन है और इसी दिन गणेश तरंगे पहली बार धरती पर आई थीं। वहीं जो भी व्यक्ति इस दिन भगवान गणेश की विधिवत पूजा करता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है।
इस पर्व को खास तौर पर महाराष्ट्र और दक्षिण भारतीय सभ्यता में मनाया जाता है। दक्षिण भारतीय मान्यतानुसार इसी दिन गणेश जी का जन्म हुआ था। हालांकि, देश के अधिकांश हिस्सों में भाद्रपद की चतुर्थी को भगवान गणेश का जन्मदिन माना जाता है। आइए जानते हैं पूजा की विधि और शुभ मुहूर्त...
तिथि और मुहूर्त
तिथि आरंभ: 12 फरवरी 2024, सोमवार शाम 5 बजकर 44 मिनट से
तिथि समापन: 13 फरवरी 2024, मंगलवार दोपहर 2 बजकर 41 मिनट तक
पूजा मुहूर्त: 13 फरवरी सुबह 11 बजकर 29 मिनट से दोपहर 1 बजकर 42 मिनट तक
पूजन विधि
– सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नानादि से निवृत्त हों और साफ कपड़े पहनें।
– अब सूर्य निकलने पर जल चढ़ाएं और व्रत का संकल्प लें।
– घर के मंदिर की सफाई करें और पूजन सामग्री को एकत्रित करके रखें।
– पूजा सामग्री में पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि शामिल करें।
– भगवान श्रीगणेश को शुद्ध स्थान से चुनी हुई दुर्वा को धोकर चढ़ाएं।
– श्रीगणेश को देशी घी में बने मोदक का प्रसाद चढ़ाएं।
– श्रीगणेश के साथ ही भगवान शिव व पार्वती, नंदी, कार्तिकेय सहित पूरे शिव परिवार की पूजा विधि विधान से करें।
– श्री गणेश को अपने निवास स्थान में श्री लक्ष्मी जी सहित रहने के लिए निमंत्रित करें।
– घी का दीपक और धूप जलाकर गणेश मंत्र, गणेश चालीसा या गणेश स्तोत्र या गणेश चतुर्थी व्रत कथा का पाठ करें।
– पूजा के अंत में विधिवत आरती करके भूल चूक के लिए माफी मांगें।
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