व्रत: जीवन में सुख-शांति लाता है बुधवार का व्रत, जानें पूजा विधि
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म के अनुसार बुधवार का दिन गौरी पुत्र और प्रथम पूज्य भगवान गणेश और बुध देव को समर्पित है। ज्योतिषार्य के मुताबिक, व्यक्ति के जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या को दूर करने और अपने जीवन को सुखमय बनाने के लिए इस व्रत को करना चाहिए। कहा जाता है कि बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा और व्रत करने से जीवन में सुख- समृद्धि आती है और समय मंगलमय रहता है और बुध ग्रह को शांत करने के लिए भी बुधवार व्रत किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि, बुधवार का व्रत करने से कुंडली में बधग्रह मजबूत होता है, जिससे जीवन सुख- शांति और धन- धान्य से भर जाता है।
यदि आप बधुवार का व्रत को शुरू करना चाहते हैं, तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्ल पक्ष यानी अमावस निकल जाने के बाद जो भी पहला बुधवार आए उस दिन से आप व्रत की शुरुआत कर सकते हैं। बुधवार का व्रत आप आपने संकल्म के अनुसार कर सकते हैं, लेकिन अग्नि पुराण में बताया गया है कि व्रत को 7 बुधवार करना चाहिए।
व्रत की विधि
इस व्रत को कोई भी जातक कर सकता है यानी कि यह व्रत स्त्री और पुरुष दोनों को ही करना चाहिए।
इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले अठें और नित्यक्रमादि से निवृत होकर स्नान करें।
साफ वस्त्र धारण करें और भगवान सूर्य को जल चढ़ाने के बाद व्रत का संकल्प लें।
घर में पूजा के स्थान को साफ करें और मंदिर में दीपक जलाएं ।
एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर इस पर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
और आप साथ में भगवान बुध या शंकर जी की मूर्ति स्थापित करें
भगवान गणेश और शंकर जी का गंगाजल से अभिषेक करें।
गणेश जी का आह्वान मंत्र पढ़ते हुए पूजा प्रारंभ करें- ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ति प्रचोदयात्
भगवान गणेश को दूर्वा, हार, और फूल अर्पित करें और मोदक का भोग लगाएं।
भगवान शंकर जी को बेलपत्र, अक्षत, धूप अर्पित करें और घी का दीया जला कर पूजा करें।
बुधवार की व्रत कथा पाठ करें व आरती करें
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।