Masik Durgashtami: जानें कब है फाल्गुन मास की दुर्गाष्टमी? क्या है शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि

  • फाल्गुन मास की दुर्गाअष्टमी 17 मार्च 2024, रविवार को है
  • तिथि आरंभ 16 मार्च शनिवार रात 9 बजकर 39 मिनट से
  • इस दिन व्रत रखकर मां दुर्गा के मंत्रों का पाठ किया जाता है

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-15 09:37 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिंदी कैलेंडर के अनुसार प्रत्येक माह में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गा अष्टमी मनाई जाती है। इसे दुर्गाष्टमी, मासिक दुर्गाष्टमी, मास दुर्गाष्टमी आदि नामों से जाना जाता है। इस दिन मां दुर्गा के भक्त माता रानी को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखकर पूरे विधि विधान से पूजा-पाठ करते हैं। वहीं फाल्गुन मास की दुर्गाअष्टमी 17 मार्च 2024 दिन रविवार को मनाई जाएगी। इस दिन दुर्गा मंत्रों का पाठ किया जाता है। आइए जानते हैं इस​ दिन का महत्व और पूजा की विधि...

क्या है महत्व?

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां दर्गा की उपासना करने से माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। मां आदिशक्ति जगदंबे ऐसे जातकों के संकट और बाधाएं हर लेती हैं और उनकी सभी मुरादें पूरी करती हैं। साथ ही मासिक दुर्गाष्टमी व्रत करने वाले जातकों को स्वास्थ्य, धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

तिथि कब से कब तक

अष्टमी तिथि आरंभ: 16 मार्च 2024, शनिवार रात 9 बजकर 39 मिनट से

अष्टमी तिथि समापन: 17 मार्च 2024, रविवार सुबह 9 बजकर 53 मिनट पर 

दुर्गाष्टमी पूजन विधि

- सुबह सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करें।

- इसके बाद पूजा स्थान की सफाई करें और सूर्य निकलने पर अर्ध्य देकर व्रत का संकल्प लें।

- इसके बाद लकड़ी की चौकी पर लाल आसन बिछाएं।

- अब चौकी पर मां दुर्गा की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें।

- इसके बाद मां दुर्गा को लाल रंग की चुनरी चढ़ाएं।

- मां जगदंबा को श्रृंगार का सामान अर्पित करें और कुमकुम, अक्षत से तिलक करें।

- अब उनके समक्ष धूप, दीप प्रज्वलित करें और मौली, लाल पुष्प, लौंग, कपूर आदि से विधि पूर्वक पूजन करें।

- चौकी पर मां दुर्गा के समक्ष पान के ऊपर सुपारी और इलायची रखकर रखें।

- इसके बाद मां दुर्गा को फल और मिठाई या हलवा का भोग लगाएं।

- मां दुर्गा का स्मरण करें और दुर्गा चालीसा पाठ करें।

- पूजा के अंत में मां दुर्गा की आरती करें और पूजन में हुई भूल के लिए क्षमा मांगें।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

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