क्राइम: कबाड़ से जुगाड़ की टॉय ट्रेन के डिब्बे गायब
- कबाड़ के अवैध कारोबार का मामला ईओडब्ल्यू पहुंचा
- शासन ने कबाड़ के अवैध कारोबार पर लगाम कसने के निर्देश दिए थे
- अब नजर नहीं आते स्टील के डस्टबिन
डिजिटल डेस्क, कटनी। शहर में कबाड़ के अवैध कारोबार का मामला ईओडब्ल्यू तक पहुंच चुका है। जबलपुर की घटना के बाद शासन ने कबाड़ के अवैध कारोबार पर लगाम कसने के निर्देश दिए थे। प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद नगर निगम द्वारा कबाड़ व्यवसाय संचालकों को नोटिस देने में एक पखवाड़े तक टालमटोल किया जा रहा था। कबाड़ के ठीहों पर जिस नगर निगम के अिधकारियों के हाथ कांप रहे थे, उन्ही कबाड़ ठीहों में नगर निगम की टॉय ट्रेन खप गई।
सौंदर्यीकरण के तहत नगर निगम ने कबाड़ से जुगाड़ टेक्नीक में एक टॉय ट्रेन बनवाई और उसे कलेक्ट्रेट रोड के दुगाड़ी नाला के किनारे स्थािपत कर दिया। कुछ दिनों तक यह टॉय ट्रेन लोगों के आकर्षण का केन्द्र रही पर अब टॉय ट्रेन के डिब्बे गायब हैं और केवल इंजन शेष बचा है। यह इंजन भी कब यहां से गायब हो जाए इसकी कोई गारंटी नहीं है। बताया जाता है कि नगर निगम की ओर से ट्रॉय ट्रेन की डिब्बे गायब होने की शिकायत पुलिस में भी नहीं की गई।
अब नजर नहीं आते स्टील के डस्टबिन
स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर के विभिन्न चौराहों, तिराहाें एवं सार्वजनिक स्थाना में स्टील के डस्टबिन रखे गए थे। इनमें से ज्यादातर डस्टबिन अब नदारद हैं। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में की गई शिकायत में आरोिपत किया है कि शहर में अवैध रूप से संचालित कबाड़ दुकानों में चोरी का सामान खपाया जा रहा है। इस शिकायत पर नगर निगम और पुलिस ने तक कोई संज्ञान भी नहीं लिया है।