निचले ग्रेड के पुलिस अधिकारियों ने बिहार में शराब माफियाओं से लड़ने का संकल्प लिया

उच्च स्तरीय बैठक निचले ग्रेड के पुलिस अधिकारियों ने बिहार में शराब माफियाओं से लड़ने का संकल्प लिया

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-08 07:30 GMT
निचले ग्रेड के पुलिस अधिकारियों ने बिहार में शराब माफियाओं से लड़ने का संकल्प लिया

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की जान चली गई है, जिसके बाद बिहार पुलिस ने चौकीदारों और उसके निचले ग्रेड के अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में शराब के अवैध संचालन से लड़ने की शपथ लेने को कहा है। ऐसा ही एक शपथ समारोह रविवार शाम पूर्णिया में जिला रेंज महानिरीक्षक (आईजी) सुरेश चौधरी की मौजूदगी में आयोजित किया गया।

जिला पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों ने चौकीदारों और निचले अधिकारियों को शराब व्यापारियों, निर्माताओं और विक्रेताओं के खिलाफ प्रयास तेज करने का निर्देश दिया। आईजी ने सीमांचल क्षेत्र में शराब के धंधे और इसके सेवन पर चिंता जताई।

चौधरी ने कहा, चौकीदारों और निचले दर्जे के अधिकारियों ने शराब माफिया के खिलाफ प्रभावी ढंग से काम करने की शपथ ली है। किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार और अन्य स्थानों के सीमांचल जिलों में शराब की तस्करी बड़े पैमाने पर होती है क्योंकि इनकी सीमा पश्चिम बंगाल और नेपाल से जुड़ी होती है। इसके अलावा क्षेत्र में बड़ी संख्या में शराब की भट्टियां भी चल रही हैं।

रविवार दोपहर मखनाहा दलित बस्ती में शराब की भट्टियां नष्ट करने के लिए छापेमारी करने गई श्रीनगर पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। उन्होंने पथराव किया और टीम पर डंडों से हमला भी किया। घटना में श्रीनगर पुलिस थाने के एसएचओ संतोष कुमार झा घायल हो गए।

चौधरी ने एसपी, डीएसपी, एसएचओ और अन्य निचले ग्रेड के अधिकारियों को भी शराब माफियाओं पर सख्ती बरतने का निर्देश दिया है ताकि खतरे को कम किया जा सके। पिछले 12 दिनों में मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बेतैया और समस्तीपुर में जहरीली शराब से 50 लोगों की मौत हो गई।

आईएएनएस

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