राजस्थान में 35 लाख में नीट परीक्षा पास कराने की गारंटी, पेपर लीक होने के बाद परीक्षक समेत अन्य लोग गिरफ्तार
नीट परीक्षा प्रश्न पत्र लीक राजस्थान में 35 लाख में नीट परीक्षा पास कराने की गारंटी, पेपर लीक होने के बाद परीक्षक समेत अन्य लोग गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान में मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट के लिए आयोजित नीट परीक्षा में आंसर पेपर लीक होने का मामला सामने आया है। दरअसल जयपुर के एक परीक्षा केंद्र पर परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद ही प्रश्न पत्र लीक हो गया और 30 मिनट में ही इन प्रश्नों के उत्तर यानी आंसर शीट भी लोगों के मोबाईल पर पहुंच गई जिसके बाद दलालों ने पैसा देने वाले छात्रों को आंसर शीट फॉरवर्ड कर दिया।
राजस्थान पुलिस को सूचना मिलने के बाद फौरन ही परीक्षा केंद्र पर धावा बोल मौके पर 8 लोगों को आंसर शीट के साथ गिरफ्तार किया। इस घटना के बाद पुलिस ने 4 जगह और छापे मारकर 6 मेडिकल छात्रों सहित 9 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने छात्रों से आंसरशीट और दलालों से 10 लाख रुपये बरामद किए। पुलिस ने बताया कि परीक्षक के जरिए ही छात्रों को आंसर शीट दी गईं थीं। छात्रों और परीक्षक के बीच 35 लाख में बात तय हुई थी।
नीट परीक्षा दे रही छात्रा ने बताया कि इस रैकेट में परीक्षक भी शामिल है, जयपुर के भांकरोटा के राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में 2 बजे से लेकर 5 बजे तक हो रहे नीट एग्ज़ाम में यह फर्जीवाड़ा पकड़ा गया, दरअसल परीक्षा हॉल में पुलिस ने एक छात्रा को आंसर शीट के साथ पकड़ा तब छात्रा ने बताया कि यह आंसर पेपर मुझे हॉल में मौजूद परीक्षक ने दिया है। जिसके बाद परीक्षक ने पुलिस को बताया कि छात्रा के चाचा के साथ आंसर पेपर के बदले 10 लाख रुपय की डील हुई है। छात्रा ने बताया की उसके चाचा नीचे गाड़ी में 10 लाख रुपये लिए बैठे हैं। पुलिस ने छात्रा के चाचा और परीक्षक दोनों को हिरासत में लिया जिसके बाद इस रैकेट की अन्य कड़ियां भी खुलती गईं।
इस मामले के मास्टमाइंड चित्तौड़गढ़ में तैनात मेडिकल ऑफ़िसर राजन गुरु है, जो राजस्थान मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट 2010 का सेकंड टॉपर भी रह चुका है। कोटा में बायो सर के नाम से चर्चित राजन गुरु का असली नाम राजन राजपुरोहित है। वह पिछले कई सालों से इस प्रकार के दलाली का काम कर रहा था। राजन गुरु अपने नकली नाम से कोटा में कोचिंग भी चलाता है। इसके अलावा वह एक सरकारी मेडिकल ऑफिसर भी है।
इस रैकेट में कुछ अन्य छात्रों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने अपनी आइडेंटिटी छिपाते हुए दूसरे छात्र के बदले उनकी परीक्षा दे रहे थे। 20 लाख में डमी परीक्षार्थी बन कर देहरादून मेडिकल कॉलेज के फाइनल ईयर के छात्र प्रद्युमन सिंह, देहरादून मेडिकल कॉलेज में थर्ड ईयर की छात्रा प्राची परमार, जयपुर के सुबोध स्कूल में नकली परीक्षार्थी बनकर परीक्षा दे रही थी। भरतपुर मेडिकल कॉलेज की थर्ड ईयर की छात्रा भी जयपुर के एलबीएस कॉलेज में अन्य छात्र के बदले परीक्षा दे रही थी। ऐसे ही कई सारे छात्रों को परीक्षा केंद्र से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी छात्र मोटी रकम के बदले नकली परीक्षार्थी बन कर परीक्षा दे रहे थे।
इस रैकेट में अमीर घरों के छात्रों को संपर्क कर उनसे 35 लाख रुपये के बदले नीट परीक्षा पास करवाने की गारंटी देते थे, पुलिस के पूछताछ करने पर राजन राजगुरु ने बताया कि उसने इसी तरीके से कई सारे छात्रों का नीट एग्जाम क्लीयर करवाया है, लेकिन वे एमबीबीएस परीक्षा पास नहीं कर पाते थे।