क्राइम: नाबालिग ने ट्रेन से कटकर की खुदकुशी, एएसआई पर प्रताडऩा का आरोप, एसपी ने किया सस्पेंड़
- आरोप- एक माह से एएसआई कर रहा था प्रताडि़त
- एएसआई पर प्रताडऩा का आरोप
- एसपी ने किया सस्पेंड़
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के सतना में सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत प्रेमनगर अंडर ब्रिज के पास मिट्टी के बर्तन बेचकर गुजारा करने वाले नाबालिग ने ट्रेन के नीचे आकर जान दे दी, मृतक के परिजनों ने पुलिस के एएसआई मुकेश सुमन की प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी का आरोप लगाया है, जिस पर एसपी आशुतोष गुप्ता ने एएसआई को निलंबित कर नगर पुलिस अधीक्षक को जांच सौंप दी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पुष्पेन्द्र पुत्र कमलेश प्रजापति 17 वर्ष, निवासी गलबल थाना जैतवारा, अपनी नानी मनगिरिया प्रजापति और नाना बेलानी प्रजापति निवासी गुढ़वा थाना उचेहरा, के साथ रहकर प्रेमनगर अंडरब्रिज के पास मिट्टी के बर्तनों की दुकान लगाता था। रविवार रात को खाना खाने के बाद फुटपाथ पर ही दुकान में सो गया, लेकिन जब सोमवार सुबह नाना-नानी की नींद खुली तो पुष्पेन्द्र नहीं मिला। इसी बीच राजू नामक व्यक्ति ने नाबालिग की लाश रेलवे ट्रैक पर पड़े होने की जानकारी दी, तो दोनों लोग मौके पर पहुंच गए, इस बीच पुलिस भी आ गई। जीआरपी ने मर्ग कायम कर जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया, तब तक बड़ी संख्या में परिजन, रिश्तेदार और समाज के लोग भी एकत्र हो गए। आक्रोश को देखते हुए सीएसपी महेन्द्र सिंह चौहान और सिटी कोतवाल शंखधर द्विवेदी भी हॉस्पिटल पहुंच गए।
आरोप- एक माह से एएसआई कर रहा था प्रताडि़त
मृतक की नानी मनगिरिया प्रजापति ने सीएसपी महेंद्र सिंह चौहान को बताया कि लगभग एक महीने दुकान से पुष्पेंद्र का मोबाइल फोन चोरी हो गया था, जिस पर उसने कोतवाली में रिपोर्ट की, मगर कोई प्रगति नहीं होने पर सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दिया। तब प्रकरण की जांच कर रहे एएसआई मुकेश सुमन ने थाने बुलाकर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया और इंकार करने पर गाली-गलौज व मारपीट कर दी। इतना ही नहीं एएसआई ने नाबालिग को हर दिन थाने में हाजिरी देने के लिए कहा। बीते 14 जून को पुलिसकर्मी ने अपनी बाइक देकर पुष्पेन्द्र को शराब लेने के लिए भेजा। इस दौरान बाइक फिसलकर क्षतिग्रस्त हो गई, जिस पर एएसआई सुमन ने बुरी तरह मारपीट की, जिससे नाबालिग को काफी चोटें आईं, इन्हीं कारणों से वह काफी परेशान चल रहा था।
तब परिजन शव ले जाने पर हुए राजी
परिजनों ने एएसआई पर तुरंत मुकद्मा दर्ज करने की मांग करते हुए शव उठाने से इंकार कर दिया। ऐसे में सीएसपी ने फोन पर पुलिस कप्तान आशुतोष गुप्ता को स्थिति से अवगत कराया, जिस पर उन्होंने तत्काल प्रभाव से कोतवाली में पदस्थ एएसआई मुकेश सुमन को सस्पेंड कर पुलिस लाइन अटैच कर दिया और अग्रिम जांच नगर पुलिस अधीक्षक को ही सौंप दी। यह जानकारी मिलने पर परिजन और रिश्तेदार अंतिम संस्कार के लिए मान गए, अंतत: दोपहर 1 बजे मृतक का शव उसके गांव गलबल के लिए रवाना किया गया।