मध्यप्रदेश: एटीएम बदलकर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, 4 गिरफ्तार, अलग-अलग बैंकों के 30 कार्ड, 4 मोबाइल और बाइक बरामद
- अमरपाटन पुलिस को मिली बड़ी सफलता
- एटीएम बदलकर ठगी करने वाले गैंग का किया पर्दाफाश
- 4 आरोपी गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, सतना। एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के बैंक अकाउंट से मोटी रकम उड़ाने वाले गिरोह के 4 बदमाशों को अमरपाटन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। टीआई केपी त्रिपाठी ने बताया कि 30 अगस्त 2024 को ग्राम रैकवार निवासी संगीता पति शैलेन्द्र चतुर्वेदी जब नगर में संचालित यूनियन बैंक के एटीएम से पैसे निकालने गई थी, तभी मदद के बहाने अज्ञात व्यक्ति ने कार्ड बदलकर खाते से 25 हजार रुपए पार कर दिए, तो वहीं 31 अगस्त को राजकुमार पुत्र लक्ष्मण प्रजापति 19 वर्ष, निवासी नादन थाना देहात के साथ एचडीएफसी बैंक के एटीएम बूथ पर ऐसी ही जालसाजी कर 25 हजार की ठगी की गई। दोनों पीड़ितों से शिकायत मिलने पर बीएनएस की धारा 318(4) का अपराध दर्ज कर जांच प्रारंभ की गई।
सीसीटीवी कैमरों से मिला सुराग
दो दिन में दो वारदातों से पुलिस सकते में आ गई थी, लिहाजा दोनों एटीएम बूथ समेत नगर में जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए, जिसमें 4 संदिग्ध युवक बैंक व एटीएम बूथों के आसपास मंडराते दिखे। तब अलग-अलग टीमों को धरपकड़ के लिए नगर में दौड़ा दिया गया और नई वारदात की योजना बनाते समय आरोपियों को पकड़ लिया गया, जिनकी पहचान संस्कार पवार उर्फ भइयू पुत्र बाला साहब पवार 23 वर्ष, निवासी बसवड़े जिला सांवली (महाराष्ट्र) हाल फोर्ट रोड रीवा, कृष्णकुमार उर्फ गुड्डू पुत्र दशरथ साहू 26 वर्ष,
निवासी कोटा जिला सीधी, अजय साहू उर्फ अज्जू पुत्र रमेश साहू 29 वर्ष, निवासी बिजवार जिला सीधी और धर्मेन्द्र उर्फ निक्षित पुत्र श्यामसुंदर साहू 19 वर्ष, निवासी रायपुर कर्चुलियान, जिला रीवा, के रूप में की गई। आरोपियों के कब्जे से अलग-अलग बैंक के 30 एटीएम कार्ड, बिना नम्बर की बाइक, 4 फोन और 8160 रुपए नकदी जब्त की गई।
कई जगह कर चुके हैं वारदात
एटीएम फ्रॉड के साथ मारपीट और हत्या जैसी गंभीर अपराधों में लिप्त रहे आरोपियों ने अमरपाटन के अलावा मैहर, सतना, सीधी, शहडोल, रीवा समेत कई जिलों में जालसाजी की घटनाओं को अंजाम दिया है। दूसरे राज्यों में भी इनकी गतिविधियों के तार पुलिस तलाश रही है। पूछताछ के लिए चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक दिन की रिमांड मंजूर कराई गई है। ये आरोपी कम भीड़ भाड़ वाले एटीएम बूथ चिन्हित कर महिलाओं, बुजुर्गों और जल्दी में दिखने वाले लोगों को निशाना बनाते थे। उनकी मदद के बहाने पिन नम्बर देखकर सफाई से कार्ड बदल लेते और बैंक खातों से पैसे उड़ा देते थे। इनकी धरपकड़ में एसआई आकाश बागड़े, एएसआई समरजीत सिंह, प्रधान आरक्षक रामकरण प्रजापति, विकास शिवहरे, संजय सिंह, आरक्षक आशुतोष यादव, दिलीप ओझा, अनूप सिंह, साइबर सेल के आरक्षक सुशील द्विवेदी और संदीप सिंह परिहार ने अहम भूमिका निभाई।