खचाखच चलीं बसें: राखी मनाने घर आ रहे हैं मजदूर, छात्र, बहनें
- ट्रेनों में भी रही यात्रियों की भीड़
- मुसाफिरों की बढ़ती संख्या के कारण इन दिनों बसों के फेरे बढ़ गए हैं।
- ग्रामीण इलाकों में भी बसें एक से अधिक फेरे ले रही हैं।
डिजिटल डेस्क,सिवनी। राखी का त्यौहार आज है और कल कजलियां का त्यौहार है। ऐसे मेें लोग अपने घरों मेें त्यौहार मनाने वापस आ रहे हैं। जिससे इन दिनों बसों में पैर रखने को भी जगह नहीं मिल रही है। रविवार को लगभग सभी बसें यात्रियों से भरी रहीं।
ट्रेनों में भी काफी भीड़ रही। त्यौहार का फायदा भी बस ऑपरेटर्स द्वारा उठाया जा रहा है। दरअसल, बसों की संख्या सीमित और यात्रियों की संख्या ज्यादा होने के कारण लोगों को टिकट हासिल करने से लेकर बसों में चढऩे तक के लिए कतारबद्ध होना पड़ रहा है।
सबसे ज्यादा यात्री जबलपुर, नागपुर की ओर से यात्रा करने वाले हैं। राखी और कजलियां का त्यौहार संपन्न होने के बाद एक बार फिर बसों, रेल और दूसरे यात्री वाहनों में इसी तरह भीड़भाड़ रहेगी।
छात्र और मजदूरों की बड़ी संख्या
जिले के अधिकतर युवा बारहवीं कक्षा के बाद उच्च स्तर की पढ़ाई के लिए जबलपुर, भोपाल, इंदौर, पूना, नागपुर सहित प्रदेश के बाहर रह रहे हैं। इसके साथ ही यहां के लोग भी बतौर सरकारी कर्मचारी प्रदेश के अनेक जिलों में पदस्थ हैं, जो रक्षा बंधन त्यौहार मनाने लौट रहे हैें।
इनके लिए बसों में पैर रखने के लिए भी जगह नहीं है। इस मौैके का भरपूर फायदा बस ऑपरेटर उठा रहे हैं। वे सवारियों को किसी भी तरह बसों में भरकर सफर करा रहे हैं।
बढ़ गए फेरे
मुसाफिरों की बढ़ती संख्या के कारण इन दिनों बसों के फेरे बढ़ गए हैं। खासकर भोपाल, इंदौर आदि स्थानों पर आने जाने वाले वाहनों की संख्या बस ऑपरेटर्स ने बढ़ा दी है। वहीं ग्रामीण इलाकों में भी बसें एक से अधिक फेरे ले रही हैं। स्लीपर बसों में लोगों को बैठाकर लाया जा रहा है।
ट्रेनों में भी रही यात्रियों की भीड़
त्यौहार के असर से ट्रेनों में भी भीड़ रही। नैनपुर- छिंदवाड़ा के बीच चलने वाली दो जोड़ा पैसेंजर ट्रेनों में रविवार को भी बड़ी संख्या में यात्रियों ने सफर किया। घंसौर होकर नैनपुर-जबलपुर खण्ड की ट्रेनों में भी काफी भीड़ रही।