नमीयुक्त लिया गेहूं: वेयर हाऊसों में भरा गेहूं का मामला, दवा का डोज बढ़ाया
- जानकारी के अनुसार जिले में अभी 3.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं भंडारित है।
- इस साल 24 हजार किसानों से ढाई लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है।
डिजिटल डेस्क,सिवनी। जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं की भले ही पर्याप्त खरीदी नहीं हो पाई, लेकिन आनन-फानन में गेहूं नमीयुक्त ले लिया गया। नतीजा यह है कि अब गेहूं की सुरक्षा के लिए मशक्कत करना पड़ रहा है। सल्फास आदि दवा का छिडक़ाव अब दोगुना करना पड़ रहा है।
चूंकि गेहूं में नमी है ऐसे में उसमें कीड़े यानी घुन पडऩे की अधिक संभावना है। इसी वजह से दवा का छिडक़ाव समय से पहले ही करना अफसरों की मजबूरी बन गई है।
3.50 लाख एमटी गेहूं रखा
जानकारी के अनुसार जिले में अभी 3.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं भंडारित है। इस साल 24 हजार किसानों से ढाई लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है। वर्तमान में वेयर हाऊसों में रखा गेहूं अफसरों के लिए सिरदर्द बन गया है।
उस गेहूं का बार-बार टेेस्ट कराया जा रहा है। चूंकि यदि उसमें कीड़े पडऩे लगेेंगे तो उसे एफसीआई रिजेक्ट कर देगी। ऐसे में पूरा ठीकरा वेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन,मार्केटिंग फेडरेशन पर फोड़ा जाएगा।
गेहूं का हो रहा है उठाव
जिले में पहली बार ऐसा हो रहा है कि गेहूं बाहर के राज्यों में और मप्र के अन्य जिलों में भेजा जा रहा है। अभी तक एफसीआई 30 हजार टन गेहूं का उठाव कर रैक के माध्यम से बाहर भेज चुकी है। वहीं अभी रैक लग रही है। इसके अलावा नागरिक आपूर्ति निगम मप्र के अन्य जिलों में भी गेहूं भेजने का काम कर रहा है। चूंकि कई राज्यों और मप्र के जिलों में गेहूं कम है। वहां पर आपूर्ति के लिए रैक के माध्यम से गेहूं भेजा जा रहा है।
पुराने गेहूं को भी कराया साफ
वर्ष 2021 और 2022 के पुराने गेहूं को भी वेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन ने साफ कराया। स्थिति यह थी कि उसमें आटा बनने लगा था। गेहूं को साफ कर उसे भी बाहर भेजा गया। वर्तमान में सायलो में ही गेहू कुछ हद तक सुरक्षित रखा हुआ है। सबसे ज्यादा समस्या वेयर हाऊस में बनी है। चूंकि बारिश के कारण यहां पर नमी बननी हुई है। सायलो में एयरटाइट की वजह से उसमें नमी की समस्या नहीं आ रही है।
इनका कहना है
यह सही है कि गेहूं की सुरक्षा के लिए दवा का छिडक़ाव बार-बार करना पड़ रहा है। एफसीआई गेहूं का उठाव कर रही है। ऐसे में उनके मानकों के अनुसार गेहूं रखा जा रहा है।
जीपी प्रजापति,प्रबंधक, वेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन