सिवनी: डेढ़ साल से अस्पताल की बिजली ली, शिकायत हुई तो लिया अस्थाई कनेक्शन
- आवासीय निर्माण स्थल पर बिजली कंपनी की विजिलेंस का धावा
- अस्पताल में बढ़ गया था लोड
- अस्थाई कनेक्शन लेना जरूरी
डिजिटल डेस्क,सिवनी। लखनादौन के सिविल अस्पताल परिसर में आवासीय निर्माण कार्य में बिजली सप्लाई को लेकर बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। यहां पर पिछले डेढ़ साल से अस्पताल की ही बिजली का उपयोग हो रहा था। मामले की शिकायत होने पर हडक़ंप मचा तो ठेकेदार ने आनन-फानन में अस्थाई बिजली कनेक्शन ले लिया। इतना ही नहीं जो बिजली का लोड था उससे कहीं अधिक बिजली का उपयोग हो रहा था। गुरुवार को बिजली कंपनी की विजिलेंस टीम ने धावा बोला तो बिजली सप्लाई को लेकर गफलत सामने आई है। ठेकेदार ने दो किलोवाट भार क्षमता का अस्थाई बिजली कनेक्शन लिया था लेकिन मीटर रीडिंग के अनुसार तीन किलोवाट भार क्षमता का बिजली उपयोग हो रहा था। एक किलोवाट अधिक बिजली उपयोग करने के मामले में मौके पर पंचनामा बनाया गया। ज्ञात हो कि बिजली चोरी को लेकर बीएमओ डॉ अशोक सहलाम ने कंपनी के जेई को शिकायत की थी। इसके बाद विजिलेंस ने जांच के लिए पहुंची थी।
अस्पताल में बढ़ गया था लोड
दो करोड़ की लागत से चिकित्सीय आवास का निर्माण किया जा रहा है। डेढ़ साल से सिविल अस्पताल से बिजली ली जा रही थी। जैसे-जैसे काम बढ़ता गया है वैसे-वैसे अस्पताल में बिजली का लोड बढ़ते गया। इसको लेकर समस्या आ रही थी। बीएमओ डॉ सहलाम के अनुसार कई बार अलग से बिजली सप्लाई लेने के लिए गया था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। यहां तक की बिजली बोर्ड से कनेक्शन तक निकाल दिया जाता लेकिन उसे फिर से जोड़ दिया जाता।
अस्थाई कनेक्शन लेना जरूरी
विजिलेंस के जेई गनेश डहेरिया के अनुसार यदि कोई निजी या सरकारी निर्माण काम हो तो पहले अस्थाई बिजली कनेक्शन लिया जाता है। मौके पर अस्थाई कनेक्शन मिला था जो कि एक सप्ताह पहले लिया गया था। लखनादौन के कार्यपालन अभियंता सुरेश धुर्वे कहना है कि विजिलेंस ने जांच की है। मौके पर अस्थाई कनेक्शन मिला था।