सिवनी: इंजीनियर ने अपने साथी के साथ मिलकर की थी लूट
- बरघाट थाना क्षेत्र में हुई लूट के आरोपी पकड़ाए, एसपी ने प्रेसवार्ता में दी जानकारी
- आरोपियों ने लूटे गए पैसों में कुछ पैसा नशे में और जुए में उड़ा दिए थे।
- ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहे थे जो बैंक से ज्यादा पैसे निकालने आता था।
डिजिटल डेस्क,सिवनी। बरघाट में अनाज व्यापारी के साथ हुई २.८० लाख रुपए की लूट के दोनों आरोपी पकड़ में आ गए। पूछताछ में आरोपियों ने कई राज उगले हैं। इसमें एक आरोपी सिविल इंजीनियर निकला जबकि दूसरा पूर्व में मंचुरियन दुकान चलाता था।
दोनों ने नशे का शौक पूरा करने के लिए लूट की थी। पूर्व में भी वे लूट और मारपीट की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम में एसपी सुनील मेहता ने प्रेसवार्ता में इस घटना की जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि आरोपियों से १.३५ लाख रुपए, एक बाइक, तीन मोबाइल और मारपीट के लिए उपयोग की गई हथौड़ी जब्त की गई है। ज्ञात हो कि बरघाट बैंक से पैसा निकालकर आ रहे गोरखपुर निवासी वीरसिंह गौतम के साथ पिंडरईकला के पास बाइक सवार दो लोगों ने हथौड़ी मारकर २.८० रुपए लूटकर फरार हो गए थे।
पहले से की थी रेकी
पकड़े गए आरोपी बम्हनी निवासी राजा पिता महेंद्र हरदहा (२९) और मुगधरा निवासी मंजीत सिंह पिता मेघसिंह ठाकुर (३१) ने बरघाट आकर अलग-अलग बैंक में रैकी की थी। वे ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहे थे जो बैंक से ज्यादा पैसे निकालने आता था।
दोनों ने वीरसिंह का पीछा किया और मौका पाकर लूट की घटना को अंजाम देकर अपने घर भाग गए। आरोपियों ने लूटे गए पैसों में कुछ पैसा नशे में और जुए में उड़ा दिए थे।
फर्जी नंबर प्लेट लगाई
लूट की घटना में आरोपियों ने अपनी बाइक में एमपी ३४ एमएम ५१४२ की नंबर प्लेट लगाई थी। जब इस नंबर की जांच की गई तो पता लगा कि इस नंबर की बाइक जबलपुर के कुंडम से चोरी गई है। आरोपियों ने माह सितंबर २०२३ में बालाघाट के लालबर्रा में और मई २०२४ में धनौरा में लूट किए थे।
मंजीत सिविल इंजीनियर बताया जा रहा है जबकि राजा पूर्व में मंचुरियन की दुकान चलाता था। दोनों के खिलाफ बम्हनी और नैनपुर थाने में मामले दर्ज हैं। आरोपियों को पकडऩे की कार्रवाई में एसडीओपी ललित गठरे, बरघाट थाना प्रभारी मोहनीश बैस, डूंडासिवनी थाना प्रभारी किशोर वामनकर, अरी थाना प्रभारी आशीष खोब्रागड़े, एसआई फुंदूलाल उइके, श्रीचंद मरावी, सतेंद्र उपाध्याय, एएसआई सुबोध मालवीय, देवेंद्र जायसवाल, प्रधान आरक्षक जिनेंद्र ठाकुर, संजय यादव, आरक्षक नेपेंद्र चौधरी, उपेंद्र नागभिरे, राजेंद्र कटरे, अजय बघेल, दिनेश, हेमंत राहंगडाले, लकेश पटले, पारस तुरकर और केशरीनंदन एड़े शामिल रहे।