सिवनी: 40 वन रक्षकों की वर्दी से उतरा स्टार, लौटना पड़ा मूल पद में

  • पद रिक्त नहीं होने के बाद भी किया था प्रमोशन
  • शासन के आदेश के बाद मायूसी
  • उच्च पद पर कार्यवाहक प्रभार दिए जाने से मूल पद रिक्त नहीं माना जाएगा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-19 13:19 GMT

डिजिटल डेस्क,सिवनी। जिले के वन विभाग के अफसरों की मनमानी की पोल उस समय खुल गई जब पद रिक्त नहीं होने के बाद भी वन रक्षकों को एक स्टार लगाकर डिप्टी रेंजर का पद दे दिया। मामले में जब गड़बड़ी की शिकायत सामने आई तो विभाग ने सभी प्रमोटी कर्मचारियों को मूल पद में काम करने का फरमान जारी कर दिया। इस आदेश से पदोन्नति पा चुके वन कर्मियों को मायूसी छा गई।

ज्ञात हो जिले में 40 वन रक्षकों को सिंगल स्टार लगाकर उन्हें डिप्टी रेंजर के पद पर पदस्थ किया था। अब सभी को वापस मूल में जाना पड़ा है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक कमलिका मोहन्ता का कहना है कि उच्च पद पर कार्यवाहक प्रभार दिए जाने से मूल पद रिक्त नहीं माना जाएगा।

अलग-अलग शाखाओं के थे वन रक्षक

जानकारी के अनुसार उत्तर और दक्षिण सामान्य वन मंडल के 12-12, पेंच टाइगर रिजर्व के 10, सामाजिक वानिकी और उत्पादन वन मंडल के दो-दो, उडऩदस्ता व कार्य आयोजना के एक-एक वनरक्षकों को डिप्टी रेंजर के पद पर प्रमोट किया गया था। इसमें से तो कई ऐसे वन रक्षक थे जिनकी नौकरी को कम वर्ष हुआ था।

फिर भी कर दिया प्रमोशन

स्थानीय अफसरों ने बिना किसी जांच पड़ताल के पद रिक्त नहीं होने के बाद भी कर्मचारियों का प्रमोशन कर दिया था। विभाग को शिकायत मिली थी कि कुछ वन वृत्तों द्वारा वनपाल को उप वनक्षेत्रपाल के कार्यवाहक पद का प्रभार दिए जाने के उपरांत वनपाल के पदों को रिक्त मानते हुए वनरक्षकों को वनपाल के उच्चपद का प्रभार दिए जाने की कार्रवाई की गई है। बिना डीपीसी के यह काम किया गया है। यदि प्रमोशन किया जाता हैतो वह नियम विपरीत रहेगा। जब पद रिक्त होगा तभी प्रमोशन करते हुए कार्यवाहक का प्रभार दिया जाए।

इनका किया था प्रमोशन

सीसीएफ कार्यालय द्वारा 22 दिसंबर को पदोन्नति आदेश जारी किया गया था। उत्तर सामान्य वन मंडल के कैलाश प्रसाद उईके, जामवती परते, संतोषी इनवाती, राजेंद्र प्रसाद भलावी, संतोष कुमार मड़ावी, कृपाल सिंह मर्सकोले, नंदलाल कुर्वे,ज्योति भलावी, शाश्वत सिंह राजपूत, दीपक सिंह बघेल, आदित्य कुमार सोनी, जगमोहन शिवहरे, दक्षिण सामान्य वन मंडल से संतवती मर्सकोले, नंदकिशोर तेकाम, गायत्री सैयाम, शिवलाल काकोडिय़ा, विश्राम सिरसाम

अजय कुमार विश्वकर्मा, राजेंद्र कुमार लगसरिया, कपिल सनोडिय़ा,दिनेश कुमार दुबे, श्यामलाल विश्वकर्मा, अनिल बघेल, रोहित कुमार शुक्ला, पेंच टाइगर रिजर्व से संतोष सोनी, शरद कुमार सर्राटिया, मोहम्मद फिरोज खान, अरूण कुमार कुल्हाड़े, मालती पंद्रे, अब्दुल शारिक खान, कृष्ण कुमार पटले, कृष्ण कुमार कामड़े, अनिल कुमार चौधरी, रामकृष्ण डहरवाल, सामाजिक वानिकी से युगल किशोर सनोडिय़ा, योगेश कुमार कोष्टा, उत्पादन वन मंडल से संत कुमार भलावी, अब्दुल लईक खान, उडऩदस्ता से मुकेश तिवारी और कार्य आयोजना से मुनीबुल मजीद खान को वनपाल बनाया गया था।

इनका कहना है

जिनका प्रमोशन किया गया था उन्हें मूल पद में आना पड़ा है। विभाग ने अपने आदेश में कहा है कि पदरिक्त होने ही प्रमोशन की कार्रवाई होगी। जिनके प्रमोशन किए गए थे उनके पद रिक्त नहीं माने जाएंगे। डीपीसी के अनुसार कार्रवाई होगी।

एसएस उद्दे, सीसीएफ, सिवनी

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