Seoni News: दो माह से सब्जियों के दामों में नहीं हो रहा ज्यादा परिवर्तन, बिगड़ रहा गृहणियों का बजट

  • आह निकाल रहे आसमान छू रहे सब्जियों के दाम, थाली से गायब चटनी, हरी भाजियां भी हुईं लाल
  • सब्जी विक्रेताओं का कहना था कि इस साल अधिक व लगातार बारिश के कारण सब्जियों के दाम अधिक बने हुए हैं।
  • महंगी सब्जियों के कारण किचन के बजट पर असर पड़ा है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-25 09:21 GMT

Seoni News: पिछले दो माह से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। महंगी सब्जियों ने गृहणियों का बजट बिगाड़ दिया है। आलम यह है कि खाने की थाली से चटनी गायब हो गई है। हरी धनिया, हरी मिर्च, लहसुन, प्याज व टमाटर की कीमतों ने सब्जी का तडक़ा लगाना भी मुश्किल कर रखा है। भाजियों तक के दाम लाल हो रखे हैं। महंगी सब्जियों से परेशान गृहणियां थाली में चटनी, सब्जी की कटौती को मजबूर हैं, साथ ही उनके द्वारा सब्जी के विकल्प भी तलाशे जाने लगे हैं।

फुटकर मंडियों में हरा धनिया दो सौ रुपए किलो बिक रहा है। लहसुन के तेवर लंबे समय से कम होने के नाम नहीं ले रहे हैं। इसकी कीमत 400 रुपए प्रति किलो पर टिकी हुई है। चार-पांच माह से लौकी की कीमत 40 रुपए किलो पर अटकी हुई है।

कद्दूू, भटा जैसी सब्जियां भी 40 रुपए किलो बिक रही हैं। परमल 150, मैथी 160, फर्रासबीन 100, सेमी 100 रुपए किलो की भाव बेचे जा रहे। हरी मिर्च 100 तो अदरक 140 रुपए किलो तक बिक रहा है। अच्छी क्वालिटी की प्याज 60 रुपए, टमाटर 50 रुपए, आलू पहाड़ी 40 रुपए प्रति किलो मिल रहा है।

800 तक चढक़र उतरी हरी धनिया

लगभग एक माह से हरी धनियां ने किचन का गणित बिगाड़ रखा है। इसकी फुटकर कीमत 800 रुपए प्रति किलो तक चढ़ गई थी। सब्जी विक्रेताओं ने 10-20 रुपए की धनिया देना ही बंद कर दिया था। हालांकि कुछ दिनों से इसके भाव 200 रुपए प्रति किलो पर स्थिर बने हुए थे। मंगलवार को आवक बढऩे से धनिया के दाम कुछ कम हुए हैं। बुधवारी स्थित फुटकर मंडी में धनिया 140 रुपए किलो तक बिकी। हालांकि कई दुकानदार 200 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से ही विक्रय कर रहे थे।

आवक व मौसम का असर

सब्जी विक्रेताओं का कहना था कि इस साल अधिक व लगातार बारिश के कारण सब्जियों के दाम अधिक बने हुए हैं। बारिश से उत्पादन प्रभावित हुआ है, जिसके चलते कीमतें बढ़ी हैं। सब्जियों के दाम आवक पर भी निर्भर रहते हैं। अच्छी आवक होने पर कीमतें कम हो जाती हैं। कम आवक के कारण दामों में उछाल आता है। जिले में सब्जी की खेती करने वालों को भी इस साल अत्यधिक बारिश के कारण नुकसान का सामना करना पड़ा है।

गृहणियों ने क्या कहा

सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। महंगी सब्जियों के कारण किचन के बजट पर असर पड़ा है। चटनी तक बनाने के लिए अब सोचना पड़ रहा है।

- संध्या मिश्रा, गृहिणी

सब्जियों के दामों ने लगभग दो माह से चिंता में डाल रखा है। हरी धनिया तक दो सौ रुपए किलो बेची जा रही है। लहसुन के दाम भी कम नहीं हो रहे।

- पूजा कोष्टा , गृहिणी

सब्जी विक्रेता बोले

लगातार अत्यधिक बरसात होने व आवक कम होने से सब्जियों के रेट ज्यादा हैं। थोक में दाम बढऩे का असर फुटकर विक्रय पर भी पड़ रहा।

- मालती डेकाटे, सब्जी विक्रेता

ज्यादा बारिश के कारण सब्जी की फसल प्रभावित हुई हैं। आवक कम होने से दाम अधिक बने हुए हैं। लोकल सब्जी की आवक हो रही है।

- मोहम्मद ईशाक, सब्जी विक्रेता

सब्जियों के दामों पर एक नजर

सब्जी कीमत

हरी धनिया 180- 200

ककोरा 180- 200

परमल 140-150

मैथी 140-160

अदरक 120-140

मुनगा 90-100

सेमी 90-100

फर्रासबीन 80-100

हरी मिर्च 80-100

ग्वारफली 70-80

पालक 60-80

लालभाजी 60-80

करेला 60-80

फूलगोभी 55-60

पत्तागोभी 35-40

गिल्की 60-70

टमाटर 40- 50

प्याज 50-60

बरबटी 80

शिमला मिर्च 80

मूली 60

कुंदरू 60

आलू पहाड़ी 40

लौकी 40

भटा 40

आलू लोकल 30

ककड़ी 30

लहसून 400

(फुटकर कीमत प्रति किलो में)

Tags:    

Similar News