Seoni News: तीन माह बाद एक अक्टूबर से खुलेंगे पेंच टाइगर रिजर्व के गेट
- तैयारियों में जुटा पार्क प्रबंधन, कोर एरिया के रास्ते किए जा रहे दुरुस्त, काटी जा रही ऊंची घास
- पर्यटकों को टाइगर सफारी कराने के दौरान किसी तरह की परेशानी न आए।
- जिले में स्थित पेंच नेशनल पार्क अपनी जैव विविधता के लिए अब पूरे देश में पहचाना जाने लगा है।
Seoni News: अगले महीने की एक तारीख से पेंच नेशनल पार्क के गेट एक बार फिर खुलने जा रहे हैं। इस बार पार्क में सैलानियों के प्रवेश के लिए किसी तरह के शुल्क में बढ़ोतरी नहीं की गई है, जिससे सैलानियों को राहत मिलेगी। इस बीच प्रबंधन ने पार्क के रास्तों को दुरुस्त करने जैसी तैयारियां शुरु कर दी हैं।
जैव विविधता के लिए भी बनाई पहचान
पेंच नेशनल पार्क तीन माह के अंतराल के बाद एक बार फिर पहली अक्टूबर से देशी विदेशी सैलानियों के लिए खुलने जा रहा है। हाल के दिनों मेें हुई बारिश के बाद अब पार्क के कोर एरिया के रास्तों को दुरुस्त किया जा रहा है, ताकि पर्यटकों को टाइगर सफारी कराने के दौरान किसी तरह की परेशानी न आए।
जिले में स्थित पेंच नेशनल पार्क अपनी जैव विविधता के लिए अब पूरे देश में पहचाना जाने लगा है। वहीं पार्क में बाघों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई है और अब यहां पर 123 बाघ हैं जो सैलानियों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं।
रूडयार्ड किपलिंग की विश्व प्रसिद्ध कृति द जंगल बुक जिले के वन क्षेत्र के आधार पर लिखी गई थी। उसका मुख्य पात्र मोगली से जुड़ा होने के कारण यह पार्क देश के अलावा विदेश में भी काफी प्रसिद्ध है। खासकर बच्चों को यहां पाए जाने वाले बघीरा,शेरखान जैसे चरित्र पार्क की ओर बुलाते हैं।
हर साल होती है कवायद
मानसून में तीन माह के लिए पार्क बंद रहता है। एक अक्टूबर को कोर एरिया के गेट खोलने के पूर्व भीतर के कच्चे रास्ते कई जगह बारिश से खराब हो चुके होते हैं। गेट खोले जाने के पहले हर साल इन रास्तों को दुरुस्त करने की कवायद की जाती है। पार्क प्रबंधन इन दिनों इन रास्तों की मरम्मत करा रहा है। इसके साथ ही कोर एरिया के भीतर जगह-जगह ऊंचाई तक बढ़ गई घास को भी काटा जा रहा है। ज्यादा घास होने से सैलानियों को टाइगर आदि वन्य जीवों के दीदार में अवरोध खड़ा होता है।
दूसरे भी हैं आकर्षण
पेंच नेशनल पार्क बाघों के लिए भले जाना जाता हो लेकिन यह यहां पर जैव विविधता काफी है। यहां पर सवा तीन सौ से अधिक पक्षियों की प्रजातियां, 87 स्तनपाई जीव प्रजातियां, 13 प्रकार के उभयचर और अन्य जीव मिलते हैं। इसके अलावा यहां पर 1200 से अधिक पौधों की प्रजातियां पाई जाती हैं। विविधता पूर्ण इको सिस्टम होने के कारण पार्क पर्यावरण विदों को भी आकर्षित करता है।
इनका कहना है,
आगामी एक अक्टूबर से पेंच नेशनल पार्क के कोर एरिया में टाइगर सफारी फिर से प्रारंभ की जा रही है। इसकी तैयारियां जारी हैं। सैलानियों को और अधिक सुविधाएं पहुंचाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
- रजनीश कुमार सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, पेंच नेशनल पार्क