Seoni News: संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त ने मांगा जवाब, गंभीर आरोपों में घिरे सीएमओ व उपयंत्री, जारी किया गया आरोप पत्र
- संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त ने मांगा जवाब
- भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरे नगर पालिका के सीएमओ व उपयंत्री
- जारी किया गया आरोप पत्र
Seoni News: नियम-कायदों की धज्जियां उड़ाकर किए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान के घिरने के बाद अब सीएमओ व उपयंत्री भी निशाने पर आ गए हैं। जांच समिति द्वारा प्रतिवेदन पेश किए जाने के पश्चात इसी माह मप्र शासन नगरीय विकास एवं आवास विभाग के उप सचिव आरके कार्तिकेय ने नपा अध्यक्ष खान को मप्र नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 41-क व अन्य धाराओं के अंतर्गत कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब तलब किया गया था। अब संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त भरत यादव ने सीएमओ व उपयंत्रियों को आरोप पत्र जारी कर नगर पालिका में हडक़ंप मचा दी है। श्री यादव ने सीएमओ रामकुमार कुर्वेती, तत्कालीन सीएमओ पूजा बुनकर, उपयंत्री संतोष कुमार तिवारी, उपयंत्री वंदना मरकाम, उपयंत्री बिन्देश्वरी पन्द्रे, उपयंत्री विकास मेहरा तथा तत्कालीन उपयंत्री दीपक उइके के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश जारी करते हुए 15 दिन के भीतर प्रतिवाद पेश करने के निर्देश दिए हैं। सभी के खिलाफ मध्यप्रदेश सिविल सेवा(वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के नियम 14 के अंतर्गत विभागीय जांच प्रस्तावित की गई है।
विभिन्न खरीदी में निविदा प्रक्रिया के नियमों को ताक पर रखकर शासन को भारी आर्थिक क्षति पहुंचाने के आरोप लगाए गए हैं। सीएमओ, उपयंत्रियों के खिलाफ विभागीय जांच प्रारंभ किए जाने व 15 दिन में प्रतिवाद पेश करने के आदेश जारी होने की जानकारी सामने आने के बाद से नगर पालिका कार्यालय में सनाका खिंचा हुआ है। तत्कालीन सीएमओ पूजा बुनकर को उनके कार्यालय के दौरान की गई खरीदी में नियम-कायदों को ताक पर रखकर शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाने के आरोप हैं। वर्तमान सीएमओ रामकुमार कुर्वेती सबसे अधिक मामलों में विभागीय जांच में घेरे गए हैं। उपयंत्रियों पर भी नियमों को ताक पर रखने के गंभीर आरोप हैं। अभी यह भी सामने नहीं आ पाया है कि नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान द्वारा कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया गया है अथवा नहीं।
खरीदी में की गई भारी गफलत
नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान के कार्यकाल के दौरान की गई सफेद व काले फिनाइल की खरीदी, 9 माह में खरीदे गए रिकार्ड 19,222 किलो फेनोलिक पावडर की खरीदी, विभिन्न साइज की हाईमास्ट लाइटों की खरीदी, खराब वाहनों में दर्शाई गई डीजल की भारी खपत तथा अस्थाई दखल वसूली ठेके में शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाने सहित अन्य आरोप में सीएमओ व उपयंत्री विभागीय जांच के घेरे में आए हैं। 4 अगस्त 23 से 21 दिसंबर 23 के बीच 5 माह की अवधि में 14 हजार 880 लीटर सफेद व काले फिनाइल की खरीदी टुकड़े-टुकड़े में तथा अलग-अलग दरों में खरीदे जाने को पूरी तरह से संदिग्ध माना गया है। इसी तरह नगर पालिका ने 8 जून 23 से 8 मार्च 24 के बीच मात्र 9 माह की अवधि में ताबड़तोड़ अंदाज में 19 हजार 222 किलो फिनोलिक पाउडर खरीद डाला।
जांच में पाउडर की आवश्यकता का कोई औचित्य अभिलेखों में नहीं पाया गया। जानबूझकर आवश्यकता से अधिक मात्रा में अधिक दरों पर नियमों का खुला उल्लंघन करते हुए खण्ड-खण्ड करके फिनोलिक पाउडर क्रय करने की कार्रवाई की गई। अधिक दर पर सामग्री क्रय किए जाने से निकाय को आर्थिक हानि पहुंचाया गया। हाईमास्ट व एलईडी की अलग-अलग खरीदी में भी जमकर गफलत की गई है। अप्रैल 2022 में जिस 9 मीटर हाइट वाली हाईमास्ट की दर मात्र 1 लाख 24 हजार 800 रुपए प्रति नग स्वीकृत की गई थी, वह सिर्फ 9 माह पश्चात 2 लाख 98 हजार रुपए प्रति नग स्वीकृत कर खरीद ली गई। इसी तरह 90 वाट की 90, 26 वाट की 140, 36 वाट की 120 एलईडी लाइट की खरीदी में नियम ताक पर रखे गए।