जबलपुर: सदर कॉम्प्लेक्स में हुआ कब्जा, दुकानें नीलाम करें

  • पार्षदों ने सीएमओ को सौंपा ज्ञापन
  • मनमानी सुविधा किराए में रियायत आदि ऐसे पहलू है
  • परिषद के द्वारा बनाये गए सार्वजनिक पेशाबघर में कब्जा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-18 12:06 GMT

डिजिटल डेस्क,सिवनी। शहर के बुधवारी स्थित सदर कॉम्प्लेक्स का मुद्दा फिर से गर्मा गया है। बुधवार को आधा दर्जन से अधिक पार्षदों ने कॉम्प्लेस की दुकानों के संचालन को लेकर आपत्ती जाहिर करते हुए सीएमओ को ज्ञापन सौंपा है।

पार्षदों का आरोप है जिस उद्देश्य से दुकानों का निर्माण किया गया है असल में नगर पालिका उस पर ध्यान नहीं दे रही है। नगर पालिका परिषद अपनी संपत्ति के राजस्व की वसूली यदि ईमानदारी से करती तो अच्छा राजस्व मिलता।

बुधवारी बाजार सदर कॉम्प्लेक्स की दुकानों की नीलामी एवं किराएदारों को दी गई मनमानी सुविधा किराए में रियायत आदि ऐसे पहलू है जो स्पष्ट करते हैं कि यह पालिका और किराएदार के बीच हुए करारों का उल्लघंन है।

इससे पालिका को भारी आर्थिक क्षति हो रही है।दुकानों में मनमाना विस्तार कर लिया है। दुकानों को डबल स्टोरी बना लिया है । एक दुकानदार ने परिषद के द्वारा बनाये गए सार्वजनिक पेशाबघर में कब्जा कर लिया है।

हो रही मनमर्जी

पार्षदों का कहना है कि कॉम्प्लेक्स में निर्मित 49 दुकाने वर्ष 2007 में परिषद के आर्थिक हितो को नजरांदाज करते हुए पहले आओ पहले पाओ के तहत दे दी गयी थी। दुकानों को मात्र पचास हजार रुपए जमा कराकर नाममात्र के किराए पर दुकानें दे दी गई थी।

और उस समय जो करार हुए था उस करार के हिसाब से करारनामे का हर पैंतीस माह में नवीनीकरण और किराया वृद्धि 25 प्रतिशत होना था जो आज तक नहीं हुआ। नाममात्र किराया उस समय 12३46 रुपए वार्षिक निर्धारित हुआ था जो आज तक चल रहा है।

पार्षदों का कहना है कि कम भाव में दुकाने लेने वाले दुकानदारों ने आज तक करारनामें का नवीनीकरण नहीं कराया और न ही किराया वृद्धि की शर्तो का पालन किया। ऐसे में इन सभी दुकानदारों को अवैध कब्जाधारी घोषित कर दुकाने खाली कराकर दुकानों को नए सिरे से खुली बोली के आधार पर नीलाम किया जाये और नए करारनामे कर किराए निर्धारित किया जाए। ज्ञाापन सौंपते समय पार्षद राजेश यादव,विजय गोलू पंडित, रविशंकर भांगरे,गोंविदी सैयाम,अनुसुईया पटवा आदि मौजूद रहे।

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