सिवनी: 441 गांवों में बरपा बारिश का कहर, 520 मकान क्षतिग्रस्त, जिले में अतिवृष्टि से हुआ व्यापक नुकसान
- 441 गांवों में बरपा बारिश का कहर, 520 मकान क्षतिग्रस्त
- जिले में अतिवृष्टि से हुआ व्यापक नुकसान
- ६ हजार से ज्यादा किसानों की फसलें प्रभावित
- आधा दर्जन की गई जान
डिजिटल डेस्क, सिवनी। जिले में हाल के दिनों में हुई अतिवृष्टि से व्यापक नुकसान हुआ है। बारिश के थमने के बाद शुरु हुए सर्वे से ये जानकारी सामने आई है। आंकड़े काफी भयावह हैं। जिले में बारिश से अब तक ४४१ गांवों के लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं पांच सैकड़ा से अधिक मकानों को आंशिक या पूर्ण नुकसान पहुंचा है। फसलों की बात करें तो छह हजार से अधिक किसानों की फसलें तबाह हुईं हैं। आगामी दिनों में आंकड़ा और बढ़ सकता है।
छह की मौत तो तीन घायल
बारिश के मौसम का इंतजार सभी को रहता है। मई जून की गर्मी के बाद बारिश की ठंडी फुहारें तन-मन को तरोताजा करती हैं लेकिन बारिश अपने साथ मुसीबतें भी लेकर आती है। हाल के दिनों में पानी का भयावह रूप जिले ने देखा है और अब उस विभिषिका से उबरने का प्रयास जारी है। जिले में इस मौसम में बारिश, बिजली जैसे कारणों से आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं तीन लोग घायल हुए हैं। इसी प्रकार १६ पशुओं की भी क्षति हुई है।
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बाढ़ में बहे दो के मिले शव
हाल में हुई तेज बारिश के कारण जिले के नदी नाले उफनाए हुए थे। बारिश के कारण भीमगढ़ बांध के आठ गेट खोले गए थे जिन्हे बुधवार को बंद कर दिया गया। इस बीच पिछले दिनों बरसाती नालों में बहे दो लोगों के शव बुधवार को मिल गए। पहला मामला लखनादौन के गंगई के पास का है। जहां बरसाती नाले के किनारे दिलीप डहेरिया (२२) का शव झाडिय़ों में मिला। युवक 22 जुलाई से लापता था। आशंका है कि नाले को पार करते वह बह गया। इसी प्रकार बरघाट क्षेत्र के लालपुर निवासी मदन तुरकर का शव पोनार खुर्द के पास नाले में मिला। मदन सोमवार को बाइक समेत बह गया था। उसकी बाइक मंगलवार को मिल गई थी।
खराब हुईं किसानों की फसलें
जिले में कुल ४४१ गांव बारिश से प्रभावित हुए हैं। जिसमें से ३२२ गांवों में फसलों को व्यापक क्षति हुई है। भू-अभिलेख से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले में ६०३४ किसानों की फसलें इस बाढ़ और अतिवृष्टि से प्रभावित हुई है। जिले में ५९३२ हेक्टेयर की फसलों को क्षति पहुंची है। यह आंकड़ा नेत्रांकन के आधार पर है क्योंकि बारिश, बाढ़, संपर्क कटने आदि कारणों से कई स्थानों पर प्रशासन की टीमें अभी मौके पर नहीं पहुंच पा रही हैं।
टूट गए आशियाने
जिले में हाल के दिनों में हुई बारिश के कारण लोगों के घरों को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है। जिले में ५२० मकान पूरी या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई स्थानों पर लोगों को दूसरे स्थानों पर विस्थापित किया गया है।
पिछले साल से ज्यादा बारिश
जिले के आठ में से पांच तहसीलों में अब बारिश का आंकड़ा पिछले साल की बारिश के आंकड़े को पार कर गया है। जिले के सिवनी में अबतक ८८५ मिमी, कुरई में ५९१ मिमी, बरघाट में ८४३ मिमी, केवलारी में ७२६.२ मिमी, छपारा में ५८२.१ मिमी, लखनादौन में ६२५.२ मिमी, धनौरा में ६८०.५ मिमी और घंसौर में ७२४ मिमी बारिश रिकार्ड की जा चुकी है। जिले के छपारा, लखनादौन और धनौरा में अभी बारिश ने पिछले साल का आंकड़ा पार नहीं किया है। वहीं शेष मुख्यालयों मेें बारिश पिछले साल के आंकड़े काफी अधिक हो चुकी है।
विधायक ने जाना पीडि़तों का हाल
बुधवार को केवलारी विधायक ठा. रजनीश हरवंश सिंह ने अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। विधायक ने विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न ग्रामों में विगत दिनों हुई अतिवृष्टि से प्रभावित ग्राम का दौरा किया। विधायक ग्राम देवकरन टोला, बोथिया, चौरापाठा, मलारा, सुनवारा समेत कई ग्रामों में भारी वर्षा के कारण नदी नालों के बहाव में मकान गिरने एवं फसल के बहने की सूचना मिलने पर तत्काल पीडि़त परिवारों के बीच पहुंचकर अति वर्षा से हुई क्षति का जायज़ा लिया व पीडि़तों को ढांढस बंधाया एवं संबंधित अधिकारियों को घटना से अवगत कराकर तत्काल मदद कर वैकल्पिक आश्रय की व्यवस्था की।
हो सकती है बारिश
बीते 24 घंटों की बात करें तो हाल की बारिश से लोगों को थोड़ी राहत मिलती नजर आई। तेज बारिश का क्रम फिलहाल थमा हुआ है। पिछले २४ घंटों में जिला मुख्यालय में ०.६ मिमी, कुरई, छपारा में दो-दो मिमी, लखनादौन में ३.१ मिमी, धनौरा में ११ मिमी और घंसौर में सात मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। शहर और अधिकांश स्थानों में बुधवार को दिनभर बारिश ने थोड़ी राहत दी। हालांकि इस दौरान बादल छाए रहे लेकिन बारिश थमी हुई थी। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई।