सिवनी: तिरंगा यात्रा से गायब होने वाले आधा दर्जन स्कूलों के 42 शिक्षकों की रोकी गई एक वेतन वृद्धि

  • निर्देशों की अवहेलना पर कलेक्टर की कार्रवाई
  • 117 को जारी किया गया था कारण बताओ नोटिस, 21 को चेतावनी की शास्ति
  • प्रदेश शासन के निर्देश पर पिछले माह 13 अगस्त को जिलास्तर पर वृहद तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-13 08:49 GMT

डिजिटल डेस्क,सिवनी। पिछले माह 13 अगस्त को निकाली गई तिरंगा यात्रा में लापरवाही करते हुए बीच से ही गायब हो जाने वाले जिला मुख्यालय के आधा दर्जन स्कूलों के 42 शिक्षकों पर कार्रवाई करते हुए कलेक्टर संस्कृति जैन ने सभी की एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोक दी है।

वहीं 41 प्राचार्य, व्याख्याताओं की एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने का प्रस्ताव लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल भेजा गया है। बुधवार 11 सितंबर को इस संबंध जारी किए गए आदेश से स्कूलों में सनाका खिंचा है।

वहीं इस मामले में 3 प्राचार्य व 18 शिक्षकों की पहली गलती मानते हुए उन पर चेतावनी की शास्ति अधिरोपित की गई है। जिन स्कूलों के शिक्षकों की एक वेतन वृद्धि रोकी गई है, उनमें जिला मुख्यालय स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय, महात्मा गांधी शासकीय हाई स्कूल, शासकीय तिलक हाई स्कूल, शासकीय मठ कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शासकीय नेताजी सुभाषचंद्र बोस उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तथा शासकीय कन्या उर्दू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के 42 शिक्षक शामिल हैं।

पहली गलती मानते हुए जिन 03 प्राचार्य के खिलाफ चेतावनी की शास्ति जारी की गई है, उनमें महात्मा गांधी हाईस्कूल की प्राचार्य रश्मि गौर, उत्कृष्ट स्कूल के प्राचार्य एमके गौतम व शासकीय कन्य उर्दू विद्यालय की प्राचार्य ज्योति श्रीवास्तव शामिल बताई जा रही हैं।

4 हजार बच्चे हुए थे शामिल

प्रदेश शासन के निर्देश पर पिछले माह 13 अगस्त को जिलास्तर पर वृहद तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था, जिसमें नगरीय क्षेत्र के हाई स्कूल व हायर कक्षाओं के विद्यार्थियों की सहभागिता के निर्देश दिए गए थे।

यह भी निर्देशित किया गया था कि तिरंगा यात्रा में समस्त विद्यालय के शिक्षक अपने-अपने विद्यालय के बच्चों को यात्रा आरंभ स्थल तक विद्यालय से साथ में लाएंगे एवं यात्रा उपरांत बच्चों को वापस विद्यालय ले जाएंगे।

सिवनी में फुटबॉल स्टेडियम से निकाली गई तिरंगा यात्रा में यात्रा प्रारंभ स्थल पर दिए गए निर्देशों में भी अवगत कराया गया था कि यात्रा में बच्चों के साथ शिक्षक भी चलेंगे, ताकि यात्रा के मार्ग में किसी बच्चे को स्वास्थ्य संबंधी समस्या आने पर तत्काल मदद की जा सके।

लगभग 4 हजार स्कूली छात्र-छात्राओं वाली तिरंगा रैली को कलेक्टर संस्कृति जैन ने खुद अपने बंगले के सामने आते-जाते दोनों समय प्रोत्साहित किया था। वापसी में कलेक्टर को छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षक नजर नहीं आए, जिस पर उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए।

कलेक्टर की मौजूदगी के बावजूद प्राचार्य शिक्षक रैली से गायब हो गए और निर्देशों की अवहेलना कर दी। आयोजन स्थल पर रैली वापसी के दौरान किए गए निरीक्षण में भी शिक्षक आदि नदारद पाए गए थे।

नोटिस का जवाब मिलने के बाद की गई कार्रवाई

इस मामले में तिरंगा यात्रा के अगले दिन 14 अगस्त को जिला शिक्षा अधिकारी एसएस कुमरे द्वारा गायब 117 शिक्षकों व प्राचार्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। कई शिक्षकों ने जवाब में कहा कि वे यात्रा में उपस्थित थे।

कई ने जवाब में फोटो भी प्रस्तुत की। हालांकि परीक्षण में पाया गया कि कोई भी शिक्षक यात्रा की वापसी के फोटो दिखाने में असमर्थ रहा। शिक्षकों का उक्त कृत्य मप्र सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 1(3) (ग) 3(2) (एक) की अवहेलना की श्रेणी में पाया गया। शिक्षकों पर मप्र सिविल (वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 10 के तहत शास्ति अधिरोपित करते हुए एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने संबंधी आदेश कलेक्टर द्वारा जारी किया गया है।

इनका भेजा गया प्रस्ताव

एक वेतन वृद्धि रोकने के लिए जिनका प्रस्ताव भोपाल भेजा गया है, उनमें शासकीय नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्कूल के व्याख्याता यशवंत साहू, उच्च माध्यमिक शिक्षक राजेश्वरी, अंजना राय, रश्मि पाण्डे, अभिलाष मिश्रा, सुनीता डहेरिया, नंदकिशोर राहंगडाले, आराधना राय, सुरभि ठाकुर, दिनेश ठाकुर, आशा नागदेवे, प्राची सिंह बघेल, नीलेश कुशवाहा, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के व्याख्याता एससी सिंह, उच्च माध्यमिक शिक्षक संजीव अग्रवाल, ओपी शर्मा, शाहिद खान, कल्पना भार्गव, राम ठाकुर, अरविंद श्रीवास्तव, विजय सिंह ठाकुर, मनोज सनोडिया, टी ठाकुर, माध्यमिक शिक्षक ओपी अग्रवाल, सुधा शुक्ला, शरद मिश्रा, शासकीय तिलक हाईस्कूल के प्राचार्य जीपी साकुरे, शासकीय मठ कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की उच्च माध्यमिक शिक्षक अनीता दीक्षित, संगीता मिश्रा, रंजना पंड्या, बी श्रीवास, अनिल तिवारी, बी पगारे, बसंत मर्सकोले, संगीता मिश्रा, राखी बरमैया, यमुना बघेल, वीरेन्द्र राजपूत,शासकीय कन्या उर्दू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के उच्च माध्यमिक शिक्षक अब्दुल मलिक खान, अलका शर्मा, मुक्ता जैन, अर्पणा उपाध्याय, रजनी मिश्रा, निकेश बघेल शामिल बताए जा रहे हैं।

इनका कहना है-

जिला मुख्यालय स्थित आधा दर्जन स्कूलों के 117 प्राचार्य, शिक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे। तिरंगा यात्रा को लेकर दिए गए निर्देशों का पालन न करने व लापरवाही पर 42 शिक्षकों की एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने के आदेश कलेक्टर ने जारी किए हैं। 41 का प्रस्ताव भोपाल भेजा गया है।

- एसएस कुमरे, जिला शिक्षा आधिकारी

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