छिंदवाड़ा: नहर के ऊपर तने मिले मकान-दुकान, कॉलेज का रास्ता व परिसर भी नाप-जोख की जद में आया

  • नहर के ऊपर तने मिले मकान-दुकान, कॉलेज का रास्ता व परिसर भी नाप-जोख की जद में आया
  • जमीन में दफन बबरिया नहर का मामला, राजस्व व नगर पालिका अमले ने किया सीमांकन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-20 04:39 GMT

डिजिटल डेस्क, सिवनी। तीन दशक पहले तक शहर के भीतर अस्तित्व में रही जमीन में दफन बबरिया नहर का प्रकाश कालोनी से डीपी चतुर्वेदी कॉलेज तक सीमांकन का काम मंगलवार को पूरा हो गया। आरआई-पटवारियों की टीम ने 16 मार्च को बबरिया रोड स्थित प्रकाश कालोनी के गेट से सीमांकन का काम प्रारंभ किया था। टीम ने मंगलवार को भी सीमांकन किया जो कि दोपहर एक बजे से शाम सवा पांच बजे तक चलता रहा। पहले दिन मकान, दुकान, बिसेन मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल की बाउण्ड्रीवाल का कुछ हिस्सा नहर के ऊपर निर्मित पाया गया था, वहीं मंगलवार को एसपी बंगले के बगल से डीपी चतुर्वेदी कॉलेज तक किए गए सीमांकन में नहर भूमि के ऊपर अवैध कब्जा कर बनाए गए मकान, दुकान, कॉलेज परिसर सहित अन्य निर्माण सामने आए हैं। सडक़ डीपी चतुर्वेदी कॉलेज के भीतर तक बना एक रास्ता दफन नहर पर बना है। कॉलेज परिसर(पार्किंग) का 13 मीटर हिस्सा भी नहर भूमि पर पाया गया है। अब सीमांकन के लिए गठित टीम द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद इस मामले में आगामी कार्रवाई होने की बात कही जा रही है। गौरतलब है कि 9 जनवरी को हुए नगर पालिका के साधारण सम्मिलन में सर्वसम्मति से बबरिया नहर का सीमांकन कराने का निर्णय पारित हुआ था। सम्मिलन में तय किया गया था कि जमीन में दफन हो चुकी नहर के ऊपर अतिक्रमण कर बनाए गए निर्माणों को तोड़ा जाएगा। इसके बाद नगर पालिका सीएमओ आरके कुर्वेती ने तहसीलदार को सीमांकन के लिए पत्र लिखा था और कलेक्टर क्षितिज सिंघल के निर्देश के बाद तहसीलदार मीना दशरिये द्वारा सीमांकन के लिए टीम गठित की गई थी।

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एक हेक्टेयर जमीन नापी गई

जानकारी के अनुसार बबरिया नहर का बबरिया तालाब से प्रकाश कालोनी के प्रवेश द्वार तक सीमांकन काफी पहले ही कराया जा चुका है। इसके बाद के कंपनी गार्डन तक आए हिस्से में दर्जनों निर्माण हो जाने के कारण मामला ठण्डे बस्ते में चला गया था। हालांकि अब फिर कवायद शुरु हुई है। अब सीमांकन के लिए जो आदेश जारी किया गया था, उसमें खसरा क्रमांक 28/1 का ही उल्लेख है, जो कि रेवेन्यू क्षेत्र में आता है जिसमें नहर की एक हेक्टेयर भूमि शामिल है। उक्त एक हेक्टेयर भूमि के सीमांकन का काम मंगलवार को पूर्ण कर लिया गया। इसके आगे नहर खसरा नंबर 28/2 पर से गुजरी थी, जिसमें कब्जा कर बनाए गए दर्जनों निर्माण मौजूद हैं, जिनमें स्कूल, मकान, व्यावसायिक परिसर सहित अन्य निर्माण शामिल हैं।

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कॉलेज परिसर पहुंचते तक 13 फीट थी नहर

नक्शे में दर्ज जानकारी के अनुसार प्रकाश कालोनी से एसपी बंगले के बगल तक सडक़ से 8 मीटर तक नहर की नाप कर निशान लगाए गए हैं। एसपी बंगले के बगल से बनी सडक़ नहर पाटकर बनाई गई है। नहर की चौड़ाई यहां से दोगुनी याने 16 मीटर फिर आगे 14 मीटर थी। डीपी कॉलेज तक जाने का एक रास्ता नहर के ऊपर बना है। कॉलेज की पार्किंग का 13 मीटर हिस्सा नहर पर स्थित पाया गया है। यहां से आगे नहर की चौड़ाई राजस्व नक्शे में 12 मीटर बताई जा रही,जो कि कंपनी गार्डन तक आई थी। सीमांकन के दौरान गठित टीम में शामिल राजस्व निरीक्षक नजूल हिम्मत सिंह सनोडिया, राजस्व निरीक्षक सिवनी-2 रतनशाह उइके, राजस्व निरीक्षक बण्डोल धीरेन्द्र गुमास्ता, पटवारी पुरूषोत्तम शिव, शिव उइके व नीतेश तिवारी तथा नगर पालिका अमले में महेश सोनी, अंकुर दुबे, कुंजबिहारी दुबे, सावन चौहान, आशीष बरमैया, बसंत चौहान, निहाल बाघमारे, अनुराग श्रीवास्त्री व श्रेयांश मिश्रा शामिल रहे।

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