सिवनी: चौथे दिन भी ओलावृष्टि, बिछ गईं फसलें, जिले में कुदरत का कहर जारी

  • चौथे दिन भी ओलावृष्टि, बिछ गईं फसलें
  • जिले में कुदरत का कहर जारी
  • धूमा, भोमा, छपारा, कान्हीवाड़ा क्षेत्र के गांवों में पानी के साथ बरसे ओले

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-20 04:57 GMT

डिजिटल डेस्क, सिवनी। जिले में कुदरत कहर बरपा रही है। मंगलवार का दिन भी जिले के ६० से अधिक गांवों के किसानों के अमंगल का रहा। छपारा, धूमा, भोमा, कान्हीवाड़ा क्षेत्र में तेज बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई। इससे खेतों में खड़ी फसलें बिछ गईं। लगभग एक दर्जन गांवों में व्यापक नुकसान हुआ है। शेष गांवों में भी फसलों को क्षति पहुंची है। बारिश व ओलावृष्टि के बाद प्रशासनिक अमला हरकत में रहा। अधिकारी व राजस्व अमला मौके पर पहुंच गया था और नुकसानी का जायजा लेने में जुटा रहा। जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे। केवलारी विधायक ठाकुर रजनीश सिंह, पूर्व विधायक राकेश पाल सिंह सहित अन्य ने गांवों में पहुंचकर फसलों को हुआ नुकसान देखा और किसानों को सांत्वना देने के साथ ही अफसरों से चर्चा कर शीघ्र सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने की बात कही। मंगलवार को जिले के अलग-अलग हिस्सों में सुबह से ही बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला शुरु हो गया था, जो शाम तक जारी रहा। बेमौसम बारिश के कारण अधिकतम तापमान में काफी कमी आई है और यह लगभग आठ डिग्री तक गिर गया है। जिला मुख्यालय में भी दोपहर में कुछ समय के लिए बारिश हुई। पिछले चार दिन में बारिश व ओलावृष्टि से जिले के दो सैकड़ा से ज्यादा गांवों में फसलों को नुकसान पहुंचा है।

कहीं बड़े तो कहीं छोटे बरसे ओले

सुबह के समय धूमा, धनौरा क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई। इसके साथ ही काफी देर तक झमाझम बारिश होती रही। वहीं दोपहर में लगभग दो बजे लखनादौन और आसपास के दर्जनभर गांवों में ओलावृष्टि हुई। ओलों का आकार बेर के समान रहा।

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लगा जैसे हार्वेस्टर चला दिया

दोपहर बाद छपारा क्षेत्र में मौसम ने करवट बदली और चमारीखुर्द क्षेत्र से ओलावृष्टि की शुरुआत हुई। छपारा के छपारा खुर्द, छपारा कलां, देवरी कलां, खैरी, सादक सिवनी, पायली खुर्द, खुर्सीपार, इमली पठार, चमारी क्षेत्र, रामगढ़, केवलारी, भीमगढ आदि गांवों में ओलावृष्टि हुई। कई स्थानों पर ओलों का आकार आंवले के बराबर तक था। चमारीखुर्द और आसपास के इलाकों में गेहूं की फसल को व्यापक नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि के बाद खेतों का नजारा ऐसा था जैसे फसल पर हार्वेस्टर चला दिया गया है।

भोमा के दर्जनभर गांवों में गिरे ओले

दोपहर बाद लगभग तीन बजे जिले के भोमा क्षेत्र में प्रकृति का प्रकोप शुरु हुआ। लगभग दस मिनट तक हुई ओलावृष्टि से एक दर्जन गांवों में फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है। भोमा क्षेत्र में ओले गिरने से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने कलेक्टर क्षितिज सिंघल भी पहुंचे। उन्होंने खेतों में जाकर फसलों को हुआ नुकसान देखा और आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए।

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कलेक्टर ने दिए सर्वे के निर्देश

कलेक्टर क्षितिज सिंघल ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से विगत दिवसों में जिले के विभिन्न क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि तथा असामायिक वर्षा के कारण हुई फ सल नुकसानी की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश सभी राजस्व अधिकारियों को दिए। उन्होंने विकासखंडवार संबंधित एसडीएम से चर्चा करते हुए फसल नुकसान की प्रारंभिक जानकारी प्राप्त की तथा सभी अधिकारियों को राजस्व, कृषि तथा ग्रामीण विकास विभाग सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के मैदानी अमले का दल बनाकर तत्काल सर्वे पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने फसल नुकसानी की ग्रामवार वास्तविक शुद्ध जानकारी समाहित कर प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

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खेतों मेें पहुंचे केवलारी विधायक

मंगलवार को केवलारी विधायक ठाकुर रजनीश सिंह ने कई गांवों में पहुंचकर फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया। वे आमानाला, अमोली, खिरखिरी, धनोरा खुर्द, मासुल, कुड्डो, महुआ टोला, भालीवाड़ा, रावठान, थावरी, देवरीटीका, खरसारु, मोहगांव, मलारा, घुड़सार, बिनैकी, बगलई, कोहका, बहना टोला, अलोनीखापा, जामुनपानी, देवकरन टोला, बोथिया, सिरौली, डोभ, बंदेलीटोला, सहजपुरी, बंदेली, खापा आदि गांवों में पहुंचे और नुकसानी देख किसानों से चर्चा कर उन्हें सांत्वना दी। विधायक ने अधिकारियों से बात कर शीघ्र सर्वे पूरा करने और मुआवजा प्रकरण तैयार करने को कहा।

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