सिवनी: पांचवे दिन भी जारी रहा ओलावृष्टि का सिलसिला, तीन दिन में दें रिपोर्ट, जनप्रतिनिधि और अधिकारी कर रहे निरीक्षण
- पांचवे दिन भी जारी रहा ओलावृष्टि का सिलसिला
- तीन दिन में दें रिपोर्ट, जनप्रतिनिधि और अधिकारी कर रहे निरीक्षण
डिजिटल डेस्क, सिवनी। जिले में पिछले पांच दिनों से बदला मौसम अब खुलता नजर आ रहा है। हालांकि बुधवार को भी जिले के कुछ स्थानों में ओलावृष्टि हुई लेकिन उसकी तीव्रता अधिक नहीं रही जिससे नुकसान नहीं हुआ। इस बीच जिले के दो सौ से अधिक गांवों में प्रशासनिक अमला नुकसानी का आंकलन कर रहा है। क लेक्टर ने अधिकारियों से तीन दिन के भीतर सर्वे कार्य पूरा कर रिपोर्ट दिए जाने के आदेश दिए हैं। इस ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को ढांढस बंधाने के लिए जनप्रतिनिधि भी अपने क्षेत्र में किसानों से मिल रहे हैं। इस बीच कृषि विभाग ने किसानों से बीमा क्लैम के लिए सूचना देने की अपील की है।
२३५ से अधिक गांवों में क्षति
जिले में पिछले पांच दिनों से जारी प्राकृतिक आपदा में २३५ से अधिक गांवों में ओलावृष्टि की सूचना प्राप्त हुई हैं। जिसमें सर्वाधिक गांव केवलारी विकासखंड में हैं। इस बीच बुधवार को भी छपारा और बंडोल क्षेत्र के कुछ गांवों में ओलावृष्टि हुई लेकिन इसकी तीव्रता काफी कम थी। जिससे नुकसान की संभावना नहीं है।
कलेक्टर पहुंचे खेतों में
कलेक्टर क्षितिज सिंघल ने विगत दिवस जिले के विभिन्न क्षेत्रों में हुई ओलावृष्टि तथा असामायिक वर्षा के कारण हुई फ सल नुकसानी का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने केवलारी विकासखण्ड के ग्राम बोथिया, डोब, मलारा, खरसारू के साथ-साथ धनौरा विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों का निरीक्षण कर फसल नुकसानी की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सर्वे के लिए उपस्थित दल को तीन दिवस के भीतर नुकसानी की विस्तृत एवं वास्तविक सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने सर्वे दल को हुई फसल नुकसानी का शुद्धता के साथ आंकलन करने के लिए निर्देशित किया है ताकि प्रभावित किसानों को पात्रतानुरूप आर्थिक सहायता त्वरित रूप से उपलब्ध कराई जा सके।
विधायक का दौरा जारी
बुधवार को भी केवलारी विधायक ठाकुर रजनीश हरवंश सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ओला प्रभावित ग्रामों का दौरा किया। उन्होंने छपारा एवं कान्हीवाड़ा क्षेत्र के खुर्सीपार, देवरी, सरंडिया, कड़वी, गोरखपुर, अंजनिया, चंडी, बिहिरिया, प्रतापगढ़, सिमरिया, बंजर, जूनापानी, कान्हीवाड़ा, मलाजपुर, छतरपुर, जोरावारी, पिंडरई, कटिया, रमपुरी, कामता, उमारिया, चुटका, सेलुआ, अलीनगर, जावना का दौरा किया।
टोल फ्री नंबर पर दें जानकारी
मोरिश नाथ, उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि तहसीलों में अतिवर्षा से प्रभावित ग्रामों में विस्तृत सर्वेक्षण का कार्य राजस्व एवं कृषि विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा प्रारंभ किया जा चुका है। उपसंचालक ने जिले के कृषकों से अपील की है कि जिन कृषकों के क्षेत्र में फ सल क्षति हुई है वे अपने-अपने क्षेत्र की फसल क्षति की सूचना शासन द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 1800116515 पर फ ोन के माध्यम से दे सकते हैं। इसके साथ-साथ बीमा प्रतिनिधियों से भी संपर्क किया जा सकता है।