सतना: गर्म हवाओं का सितम, न दिन में चैन न रात में आराम
- जानलेवा लू से बच कर रहें : बुधवार को प्रदेश का चौथा सबसे गर्म जिला रहा सतना
- अधिकतम तापमान के साथ न्यूनतम तापमान भी चरम पर है।
- मौसम विज्ञानियों के पूर्वानुमान के अनुसार आगामी 24 घंटे के दौरान आसमान में बादलों की जमावट हो सकती है।
डिजिटल डेस्क,सतना। दिन के साथ-साथ रात में तेजी से बढ़ रहे तापमान ने नींद उड़ा दी है। अब अधिकतम तापमान के साथ न्यूनतम तापमान भी चरम पर है। लू के कारण आम जनजीवन बेहाल है।
एसी-कूलर फेल हैं और सांसे फूल रही हैं। बुधवार को 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमाान में आधा डिग्री की गिरावट के साथ पारा 46.7 डिग्री पर आ गया,मगर रात का पारा 1 डिग्री के उछाल के 31.8 डिग्री पर पहुंच गया। मौसम महकमे के मुताबिक बुधवार को सतना प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा।
अघोषित कफ्र्यू जैसे हालात
नौतपा के पांचवें दिन भी सूर्य के तीखे तेवर रहे, धूप इतनी तेज थी की सुबह 8 बजे के बाद लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया। अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात रहे। इसी बीच कोटर और रामपुर बघेलान तहसील क्षेत्र की कुछ जगहों पर धूल भरी तेज हवा के साथ बूंदबांदी भी हुई।
मौसम विज्ञानियों के पूर्वानुमान के अनुसार आगामी 24 घंटे के दौरान आसमान में बादलों की जमावट हो सकती है। दिन के तापमान में आंशिक गिरावट संभव है,मगर लू और गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं।
मौसम का मिजाज
तापमान
अधिकतम 46.7
न्यूनतम : 31.8
हवा में नमीं
(प्रतिशत में)
सुबह : 29
शाम : 16
नौतपा का पारा
25 मई 42.6
26 मई 43.8
27 मई 44.7
28 मई 47.1
29 मई 46.7
नींद हराम : न बिजली न पानी दोनों के लिए रतजगा
एक तरफ जहां जिला मुख्यालय समेत सतना-मैहर जिले भीषण गर्मी की चपेट में है, वहीं न बिजली है न पानी है। गर्मी में स्वाभाविक रुप से इन दोनों आम जरुरतों की मांग बढ़ जाती है। ओवर हीट के कारण जहां बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है, वहीं पेयजल की आपूर्ति भी प्रभावित है। कोई पानी तो कोई बिजली के लिए रतजगा कर रहा है।
1.ओवरहीट से 2 फीडर बंद ,तड़ातड़ टूटे कंडक्टर
बिजली की मांग में ढाई गुना इजाफा और ओवरहीट के कारण बुधवार को कोलगवां सब स्टेशन
और ट्रांसपोर्टनगर की 11 केवी बदखर लाइन के कंडक्टर टूट गए। पावर कट होने से कड़ी दोपहर में प्रभावित इलाकों में हाहकारी हालात पैदा हो गए। मुख्यत्यारगंज, बरदाडीह, कोलगवां सिंधी कैम्प, बढ़ैया और सिद्धार्थ नगर में मेंटीनेंस स्टॉफ ने जैसे-तैसे हालात काबू किए। सिटी डिवीजन के ही
धवारी,राजेन्द नगर, सोनौरा, प्रभात विहार कॉलोनी और जीवनज्योति कॉलोनी में 8 ट्रांसफार्मर में लगी आर्मेड केबिल बस्ट हो गई। देर रात शहर के अलग-अलग आवासीय इलाकों में ट्रिपिंग जारी रही।
2. पानी की बरबादी बड़ी चुनौती
चालू गर्मी सीजन में पानी की फिजूलखर्ची और उसका अपव्यय भी एक बड़ी चुनौती है। नगर निगम के जलकार्य विभाग के दावे के मुताबिक पानी की उपलब्धता और मांग के अनुरुप आपूर्ति में कमी नहीं है। प्रतिदिन 42 एमएलडी की आपूर्ति की जा रही है।
मगर सीवर लाइन के काम में भारी तोडफ़ोड़ के कारण पानी की बरबादी काबू में नहीं है। आए दिन पानी की पाइप लाइन टूटने के कारण शहर के डाउन स्ट्रीम के अंतिम छोर तक पहुंच नहीं बन पा रही है।
अप स्ट्रीम में मोटर पंप से पानी खींचा जा रहा है। तमाम इलाकों में जरुरत से ज्यादा पानी की फिजूलखर्ची हो रही है। शहर में 35 हजार कनेक्शन हैं। मौजूद समय में रोस्टरवाइज एक टाइम पर एक-एक घंटे जल की सप्लाई हो रही है।