डीएड परीक्षा में पकड़ा गया बिहारी मुन्ना भाई
कोतवाली में असली और नकली के खिलाफ अपराध दर्ज
डिजिटल डेस्क,सतना।
जिला मुख्यालय के शासकीय व्यंकट क्रमांक-2 विद्यालय में आयोजित की गई डीएलईएड परीक्षा में असली उम्मीदवार की जगह शामिल हुए बिहारी मुन्ना भाई को फोटो मिलान के दौरान पकड़ लिया गया, जिस पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि 17 अगस्त की सुबह 8 बजे से व्यंकट 2 में डीएलईएड परीक्षा प्रारंभ हुई थी, जिसमें आमिर हुसैन पुत्र गयासुद्दीन 28 वर्ष, निवासी फुलवारी शरीफ-बिहार का नाम परीक्षार्थियों की सूची में था। सभी उम्मीदवार निर्धारित समय पर सेंटर में पहुंचकर अपने-अपने परीक्षा कक्ष में चले गए। मेन गेट पर प्रवेश पत्र के मिलान में गड़बड़ी नहीं पकड़ी गई, मगर जब प्रश्नपत्र व उत्तर-पुस्तिका वितरण के पश्चात फिर से परिचय पत्र और फोटो का मिलान प्रारंभ किया गया, तभी केन्द्राध्यक्ष नोमेंद्र कुमार पांडेय को अपने पास मौजूद रिकार्ड से आमिर हुसैन के आधार कार्ड व प्रवेश पत्र में लगी फोटो अलग लगी, तब उन्होंने बारीकी से परीक्षण किया तो गड़बड़ी पकड़ में आ गई।
5 सौ रुपए प्रतिदिन के लालच में आया था आरोपी
फर्जीवाड़ा सामने आते ही तथाकथित आमिर को प्राचार्य कक्ष में ले जाकर पूछताछ की गई तो उसने अपना असली नाम सगीर आलम पुत्र मोहम्मद रफीक 30 वर्ष, निवासी किशनगंज-बिहार बताया। आरोपी ने आने-जाने के खर्च और 5 सौ रुपए प्रतिदिन के प्रलोभन में आमिर की जगह परीक्षा में शामिल होने का खुलासा भी कर दिया। वह 14 अगस्त को ही ट्रेन से सतना पहुंच गया था। इस बयान के बाद आरोपी को कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया गया, जहां उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 के साथ परीक्षा अधिनियम 1982 की धारा 3/4 का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। आरोपी ने आधार कार्ड व प्रवेश पत्र में कम्प्यूटर से स्केन कर फोटो लगाई थी, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। आरोपी को शुक्रवार सुबह कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं दूसरे आरोपी आमिर हुसैन की तलाश में जल्द ही एक टीम बिहार रवाना की जाएगी।