दो कारों में सवा लाख के नशीले सिरप की तस्करी कर रहे 5 आरोपी गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-05 09:09 GMT

डिजिटल डेस्क, सतना। मेडिकल नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए रामपुर बाघेलान पुलिस ने दो कारों में कफ-सिरप की खेप ले जा रहे 5 आरोपियों को घेराबंदी कर पकड़ लिया, जिनके खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच की जा रही है। थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी ने बताया कि रीवा की तरफ से नशीले सिरप की बड़ी खेप लाए जाने की सूचना पर मंगलवार दोपहर को बहेलिया भाट मोड़ के पास नाकाबंदी की गई। इसी दौरान तेजी से आई कार क्रमांक एमपी 17 सीसी 9377 और उसके पीछे चल रही बिना नम्बर की कार को रोककर तलाशी ली गई तो दोनों गाडिय़ों से कुछ 6 पेटी (720 शीशी) सिरप बरामद हो गया, जिसकी कीमत 1 लाख 25 हजार रुपए निकाली गई।

रीवा से ला रहे थे खेप ---

इस संबंध में जब पहली गाड़ी में सवार सतेन्द्र दुबे उर्फ बबलू पुत्र संतोष कुमार 37 वर्ष, निवासी ओमनगर थाना समान, दिलीप रावत उर्फ गोलू पुत्र रामसुमिरन रावत 29 वर्ष, निवासी डगडौआ, थाना लौर, जिला रीवा और सौरभ सिंह उर्फ भइय्यन पुत्र राजीव लोचन सिंह पटेल 23 वर्ष, निवासी धोबहट थाना ताला समेत दूसरी गाड़ी में बैठे राघवेन्द्र सिंह सेंगर उर्फ भोले पुत्र स्वर्गीय राजबहोर सिंह 32 वर्ष, निवासी पथरहा, थाना मनगवां एवं किशन पुत्र माधव चौधरी 26 वर्ष, निवासी जिउला, जिला रीवा से पूछताछ की गई तो आरोपियों ने अवैध रूप से सिरप की खेप लाकर रामपुर समेत आसपास के क्षेत्र में सप्लाई करने का जुर्म स्वीकार कर लिया। आरोपी सतेन्द्र ने पुलिस को चकमा देने के लिए अक्सर अपनी कार में जिलाध्यक्ष राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के बोर्ड के साथ तिरंगा झंडा लगाए रहता था, जबकि राघवेन्द्र की गाड़ी में नम्बर नहीं था।

दर्ज किया गया अपराध ---

लिहाजा आरोपियों को गिरफ्तार कर एनडीपीएस एवं ड्रग्स कंट्रोल अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस ने तस्करी में इस्तेमाल की जा रही 12 लाख की दोनों कार भी जब्त कर ली हैं। इसके साथ ही आरोपियों के जरिए नशे के कारोबार में उनके सहयोगियों और बड़े सप्लायरों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है तो सतना, रीवा सहित आसपास के जिलों से आपराधिक रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। आरोपियों को बुधवार सुबह कोर्ट में पेश किया जाएगा।

इनकी रही भूमिका ---

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी के साथ बेला चौकी प्रभारी ओशो गुप्ता, एएसआई देवप्रकाश पांडेय, प्रधान आरक्षक रवीन्द्र दोहरे, देवेन्द्र चंदानन, तुलसीदास, आरक्षक विनोद मिश्रा, नंदकुमार त्रिपाठी, रामानुज दुबे, अमित दुबे, प्रवीण तिवारी, अजय पांडेय, नीलेश यादव, केपी सिंह, विकास चतुर्वेदी, देवेन्द्र सिंह और सैनिक विनोद चतुर्वेदी के साथ साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह व एएसआई दीपेश पटेल ने अहम भूमिका निभाई।

Tags:    

Similar News