पुणे: कुख्यात गैंगस्टर और मोहोल गैंग के सरगना शरद मोहोल की गोली मारकर हत्या
- कोथरुड में गोली मारकर की हत्या
- अपराध जगत में फैली सनसनी
- सरगना शरद मोहोल की गोली मारकर हत्या कर दी गई
डिजिटल डेस्क, पुणे। जिले के अपराध जगत में शुक्रवार को तब सनसनी फ़ैल गई जब कुख्यात गैंगस्टर और आतंकी कातिल सिद्दीकी की हत्या मामले का आरोपी शरद मोहोल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कुख्यात मोहोल गैंग के सरगना शरद मोहोल को पुणे के कोथरुड के सुतारदरा इलाके में दोपहर करीब 1.30 बजे गोली मार दी गई। उसे तुरंत कोथरुड के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ इलाज के दौरान मोहोल की मौत हो गई। इसके बाद उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए ससून अस्पताल भेज दिया गया।
ससून हॉस्पिटल के बाहर मोहोल समर्थकों के साथ चार-पांच सौ लोगों की भीड़ जमा हो गई। शरद मोहोल पुणे का कुख्यात गैंगस्टर है। उसके खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, रंगदारी, अपहरण जैसे कई अपराध दर्ज हैं। आज उसकी शादी की सालगिरह थी और उसी दिन उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद पुणे में फिर एक बार गैंगवार भड़कने के आसार नजर आ रहे हैं।
हाथ आयी प्राथमिक जानकारी के मुताबिक जब शरद मोहोल कोथरुड के सुतारदरा इलाके से गुजर रहा था, तभी दोपहिया वाहन पर आए अज्ञात हमलावरों ने मोहोल पर तीन राउंड गोलियां चलाई, इसमें से एक गोली मोहोल को लगी। घायल मोहोल का इलाज कोथरुड इलाके के एक निजी अस्पताल में किया जा रहा था। यह घटना शुक्रवार दोपहर करीब डेढ़ बजे की है, इलाज के दौरान अस्प्ताल में हीआखिरी सांस ली। गोली चलाने के बाद हमलावर वहां से भाग गए। अचानक हुई इस घटना से पूरे शहर में खलबली मच गई।
घटना की जानकारी मिलने पर कोथरुड पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंच गई और जांच में जुट गई। स्थानीय पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच के अलग अलग दस्ते और वरिष्ठ अधिकारियों की टीमें भी मौके पर दाखिल हुई। घटना के बाद, पुलिस ने यह पता लगाने के लिए तत्काल जांच शुरू कर दी कि शरद मोहोल पर गोली किसने चलाई। पुलिस को इसमें सफलता मिली है, बताया जा रहा है कि उसके साथ मौजूद उसके साथी और उसके साथियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है।
पुलिस की जानकारी के मुताबिक आज दोपहर 1.20 बजे. शरद हिरामन मोहोल (उम्र 40 वर्ष, निवासी सुतारदरा, कोथरुड, पुणे) को उसके साथी साहिल उर्फ मुन्ना संतोष पोलेकर (निवासी सुतारदरा, कोथरुड, पुणे) और उसके अन्य साथियों ने गोली मार दी। उस पर तीन गोलियां दागी गई जिसमें से एक गोली शरद को लगी और वह धाराशाही होकर गिर गया। शरद मोहोल को इलाज के लिए कोथरुड के निजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ इलाज के दौरान उसने डीएम तोड़ दिया। इसके बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए ससून अस्पताल में भेजा गया। पुलिस टीमें इस वारदात के आरोपियों की तलाश में जुट गई हैं।
कौन हैं शरद मोहोल?
शरद मोहोल मोहोल गैंग के सरगना संदीप मोहोल का चचेरा भाई था। 2007 में उसकी प्रतिस्पर्धी मारणे गैंग ने कोथरुड में ही संदीप मोहोल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जब हत्या हुई तब शरद मोहोल संदीप की कार चला रहा था। शरद मोहोल ने उस समय संदीप की हत्या का बदला लेने और पूरी मारणे गैंग का खात्मा करने की शपथ ली थी। 2010 में, शरद मोहोल ने निलायम टाकिज के पास मारणे गिरोह के गैंगस्टर किशोर मारणे की हत्या कर दी। इसके बाद शरद पुणे के अपराध जगत में तेजी से उभरा। लवले गांव के सरपंच अपहरण और डकैती के मामले में भी वह मुख्य आरोपी था। उसे पिंटू मारणे की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में वह जमानत पर बाहर आ गया और सरपंच शंकर ढिंडले के अपहरण के मामले में उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया।
शरद मोहोल ने विवेक भालेराव के साथ मिलकर येरवडा जेल में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपी कातिल सिद्दीकी की बरमूडा के नाड़े से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने अपनी इमेज एक हिन्दू गैंगस्टर के रूप में बनाने की कोशिश की। इस मामले में शरद मोहोल को जमानत मिल गई है, लेकिन बाहर आने के बाद उसकी आपराधिक गतिविधियां जारी रहीं। जुलाई 2022 में उसे छह महीने के लिए पुणे जिले से तड़ीपार कर दिया गया। पिछले कुछ दिनों से शरद सामाजिक कार्यों में हिस्सा ले रहा था, उसकी कोशिश राजनीती में आकर वाइट कालर बनने की थी। हालांकि उससे पहले ही उसकी हत्या कर दी गई।