रोष: पिछड़ा वर्ग आयोग के सक्षमीकरण पर ध्यान दें राज्य सरकार
पूर्व सांसद संभाजीराजे छत्रपति ने सरकार पर जताई नाराजगी
डिजिटल डेस्क, पुणे। पूर्व सांसद संभाजीराजे छत्रपति ने राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग से मुलाकात कर राज्य सरकार पर कड़ी नाराजगी जताई। शनिवार को पुणे में मीडिया प्रतिनिधियों के साथ की गई बातचीत में उन्होंने कहा, मैंने आयोग का दौरा किया लेकिन उनका कार्यालय एक हजार वर्ग फुट का भी नहीं है। इसलिए यह बैठक सर्किट हाउस में आयोजित करनी पड़ी। उन्होंने यह भी सवाल पूछा कि अगर आयोग के पास इंफ्रास्ट्रक्चर, फंड नहीं है तो यह कैसे काम करेगा। सरकार को आयोग के सक्षमीकरण पर ध्यान देना चाहिए।
संभाजीराजे छत्रपति ने कहा, ''15 दिन पहले मैंने राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा था। तदनुसार, उन्होंने आज पुणे में बैठक के दौरान मुझे आमंत्रित किया। इसलिए मैं आज उनसे मिलने आया। इस बैठक में मैंने समाज के 10-12 सवाल उठाए। इसमें मराठा समुदाय को आरक्षण कैसे मिल सकता है, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को कैसे लागू किया जा सकता है, आरक्षण के लिए आंदोलन जैसे कई विषय शामिल हैं। मुझे इतना बुरा लगा कि मैंने राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का दौरा किया। मुझे उम्मीद थी कि मेरी बैठक वहां होगी। हालांकि, पिछड़ा वर्ग आयोग को आवंटित कार्यालय 1000 वर्गफीट का भी नहीं होगा। इसलिए उन्होंने मुझे सर्किट हाउस बुलाया।
पुणे जैसी जगह में भी राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का कार्यालय एक हजार वर्ग फुट का भी नहीं है। ऐसी स्थिति में, वे कैसे सर्वेक्षण कर सकते हैं और जानकारी एकत्र कर सकते हैं, यह सवाल भी संभाजीराजे ने पूछा। उन्होंने कहा, सरकार से मेरा अनुरोध है कि पिछड़ा वर्ग आयोग को तब तक मजबूत नहीं किया जा सकता जब तक सरकार धन उपलब्ध नहीं कराती। अगर आयोग के पास ही बुनियादी ढांचा नहीं है तो वह कैसे काम करेगा? अगर आयोग काम करना चाहता है तो सरकार को तत्काल आयोग को इंफ्रास्ट्रक्चर, कार्यालय, फंड मुहैया कराना चाहिए। सरकार को युद्धस्तर पर आयोग की मदद करनी चाहिए। इसके अलावा, आयोग से अनुभवजन्य डेटा एकत्र करने के लिए कहने का कोई मतलब नहीं है, यह भी उन्होंने कहा।