Gangakhed News: यनशिवराज खोब्रागड़े ने कहा - न्यायाधीश को समाज भगवान के समान मानता है
- खास कार्यक्रम का आयोजन
- नए भवन के शिलान्यास समारोह
- यनशिवराज खोब्रागड़े हुए शामिल
Gangakhed News : रविवार 20 अक्टूबर को गंगाखेड में सिविल और क्रिमिनल कोर्ट के नए भवन के शिलान्यास समारोह के अवसर पर बोलते हुए उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यनशिवराज खोब्रागड़े ने कहा, कि देश के प्रत्येक नागरिक के अधिकारों की रक्षा करना न्याय प्रणाली की जिम्मेदारी है। पहली बार नागरिकों को पता चला गया कि गंगाखेड अदालत मे 7788 मामले लंबित हैं ।और इस अदालत के अंतर्गत 106 गांव हैं।
गंगाखेड में नए सिविल और आपराधिक न्यायालय भवन का भूमि पूजन समारोह रविवार 20 अक्टूबर को उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और परभणी जिला अभिभावक न्यायाधीश यनशिवराज खोब्रागड़े द्वारा यहां ऊपरी जिला और सत्र न्यायालय के क्षेत्र में पूरा किया गया।
परभणी जिला न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश श्रीमती उज्वला नंदेश्वर ने शिलान्यास समारोह की अध्यक्षता की। वसंतराव सालुंके, सदस्य एड सतीश देशमुख, अपर जिला एवं सत्र न्यायालय के जिला न्यायाधीश दिनेश कुरुलकर, गंगाखेड़ वकील संघ के अध्यक्ष विवेक नीलेकर एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति प्रमुख रूप मंच पर उपस्थित थे। सिविल वरिष्ठ न्यायाधीश ए.आर सईद, न्यायाधीश श्रीमती आर. आर बेडगकर, न्यायाधीश एन. डी रूद्रभटे, न्यायाधीश श्रीमती गुलफराज एम. बिरादार, उपविभागीय अधिकारी जीवराज डापकर, उपविभागीय पुलिस अधिकारी डाॅ. दिलीप टिप्परसे, नांदेड़ लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता बस्वराज पांढरे, कार्यकारी अभियंता ,संजय पाटिल, उपविभागीय अभियंता बालाजी पवार सहित स्थानीय विधायक डॉ. रत्नाकर गुट्टे, छत्रपति संभाजीनगर वकील संघ के उपाध्यक्ष, श्रीकांत कवडे, जिला लोक अभियोजक,बी यू दराडे, सचिन वाकोडकर, सचिन पौल और उमाकान्त फड़, मंचकराव सोलंके जैसे गणमान्य व्यक्ति और गंगाखेड कोर्ट के न्यायाधीश उपस्थित थे। न्यायमूर्ति यनशिवराज खोब्रागड़े ने कहा, कि न्यायालय की छवि समाज में भगवान के मंदिर की तरह है और इसमें न्यायाधीश को मंदिर में भगवान के रूप में माना जाता है, और चूंकि उस दिव्यता को बनाए रखने की जिम्मेदारी न्यायिक निगम की है।
न्यायिक मामलों के स्वामित्व को बनाए रखना न्यायिक प्रणाली में प्रत्येक की जिम्मेदारी है।अपर्याप्त व्यवस्था के कारण कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के कारण इस नये भवन में उपलब्ध करायी गयी आधुनिक सेवा सुविधाओं से यहां न्याय के कार्य में तेजी आयेगी, ऐसा कहा जा रहा है ,कि पक्षकार को यथाशीघ्र न्याय मिलेगा।भवन को गुणवत्ता के साथ पूरा कराकर न्याय कार्य के लिए उपलब्ध कराने की अपील की। परिचयात्मक कार्यक्रम वकील संघ के अध्यक्ष एड विवेक नीलेकर ने भाषण दिया जबकि परभणी जिला न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश श्रीमती उज्वला नंदेश्वर ने अध्यक्षीय भाषण दिया। धन्यवाद सैयद सादिक सोनपेठकर ने माना। इस अवसर पर परभणी, पालम, मानवत, पूर्णा, सोनपेठ, बसमत, देगलूर, परली आदि तहसीलो से बड़ी संख्या में वकील उपस्थित थे।